India | Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार फ़रवरी 6, 2020 02:18 AM IST राम मंदिर आंदोलन की प्रमुख नेताओं में से एक मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारत ने बाबरी विध्वंस पर एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि अगर वो ढांचा नहीं ढहा होता तो सच्चाई लोगों के सामने नहीं आई होती. पत्रकारों से बातचीत में उमा ने कहा "अगर संरचना नहीं हटाई गई होती, तो पुरातत्वविदों की टीम महत्वपूर्ण सबूतों का पता नहीं लगा पाती." पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 6 दिसंबर, 1992 को भीड़ द्वारा अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में ये बात कही.