Antibody Treatment
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
कैंसर सेल्स को रोकने के लिए नए एंटीबॉडी ट्रीटमेंट ने दिखाया अच्छा रिजल्ट, ट्यूमर को फैलने से रोकने में मददगार : स्टडी
- Tuesday November 5, 2024
- Edited by: अवधेश पैन्यूली
ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहे चूहों (प्रायोगिक) को हफ्ते में दो बार एंटीबॉडी से ट्रीट किया गया तो पाया गया इससे ट्यूमर के विकास की गति काफी धीमी हो गई और कुछ मामलों में तो इनके पूरी तरह से ठीक होने में मदद भी मिली.
-
ndtv.in
-
दिल्ली : नई एंटीबॉडी थेरेपी दिए जाने के 12 घंटों के भीतर ही डिस्चार्ज हुए कोविड-19 के दो मरीज
- Thursday June 10, 2021
- Reported by: ANI, Translated by: तूलिका कुशवाहा
Monoclonal Antibody Therapy : सर गंगाराम अस्पताल ने दो कोविड मरीजों को ये थेरेपी दी, जिन्हें जल्द आराम मिल गया और इन्हें 12 घंटों के अंदर ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. ये थेरेपी उन दो मरीजों को दी गई, जिनके लक्षण पहले सात दिनों के अंदर गंभीर हुए थे.
-
ndtv.in
-
भारत में एंटीबॉडी कॉकटेल से कोरोना का पहला सफल इलाज, मरीज को अस्पताल से मिली छुट्टी
- Wednesday May 26, 2021
- Edited by: गुणातीत ओझा
भारत में मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल का पहला सफल इलाज हुआ है. गुड़गांव स्थित अस्पताल में मरीज को मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल की खुराक दिए जाने के एक दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. अस्पताल के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहान ने बताया कि 82 वर्षीय एक व्यक्ति कई बीमारियों से ग्रसित थे. उन्हें मेदांता अस्पताल में खुराक देने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
-
ndtv.in
-
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना के लिए तुरंत एंटीबॉडी दवा उपचार विधि का परीक्षण किया
- Sunday December 27, 2020
- Reported by: भाषा
Coronavirus: ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने नवोन्मेषी एंटीबॉडी (Antibody) दवा उपचार का परीक्षण शुरू कर दिया है. उन्हें उम्मीद है कि यह कोविड-19 के खिलाफ तुरंत सुरक्षा मुहैया कर सकता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स एनएचएस ट्रस्ट (यूसीएलएच) ने कहा कि ‘स्टोर्म चेज’ अध्ययन में शामिल अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि लंबे समय तक प्रभावी रहने वाली एक एंटीबॉडी (LAAB) को एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है. इस एंटीबॉडी को एजेडडी7442 के नाम से जाना जाता है. यह उन लोगों को तुरंत और दीर्घकालीन सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जो हाल की में सार्स-कोवी-2 कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं और उनमें संक्रमण विकसित होने से रोकने में मदद मिलेगी. एंटीबॉडी, ऐसे प्रोटीन अणु हैं जिन्हें शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है.
-
ndtv.in
-
कैंसर सेल्स को रोकने के लिए नए एंटीबॉडी ट्रीटमेंट ने दिखाया अच्छा रिजल्ट, ट्यूमर को फैलने से रोकने में मददगार : स्टडी
- Tuesday November 5, 2024
- Edited by: अवधेश पैन्यूली
ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहे चूहों (प्रायोगिक) को हफ्ते में दो बार एंटीबॉडी से ट्रीट किया गया तो पाया गया इससे ट्यूमर के विकास की गति काफी धीमी हो गई और कुछ मामलों में तो इनके पूरी तरह से ठीक होने में मदद भी मिली.
-
ndtv.in
-
दिल्ली : नई एंटीबॉडी थेरेपी दिए जाने के 12 घंटों के भीतर ही डिस्चार्ज हुए कोविड-19 के दो मरीज
- Thursday June 10, 2021
- Reported by: ANI, Translated by: तूलिका कुशवाहा
Monoclonal Antibody Therapy : सर गंगाराम अस्पताल ने दो कोविड मरीजों को ये थेरेपी दी, जिन्हें जल्द आराम मिल गया और इन्हें 12 घंटों के अंदर ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. ये थेरेपी उन दो मरीजों को दी गई, जिनके लक्षण पहले सात दिनों के अंदर गंभीर हुए थे.
-
ndtv.in
-
भारत में एंटीबॉडी कॉकटेल से कोरोना का पहला सफल इलाज, मरीज को अस्पताल से मिली छुट्टी
- Wednesday May 26, 2021
- Edited by: गुणातीत ओझा
भारत में मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल का पहला सफल इलाज हुआ है. गुड़गांव स्थित अस्पताल में मरीज को मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल की खुराक दिए जाने के एक दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. अस्पताल के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहान ने बताया कि 82 वर्षीय एक व्यक्ति कई बीमारियों से ग्रसित थे. उन्हें मेदांता अस्पताल में खुराक देने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
-
ndtv.in
-
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कोरोना के लिए तुरंत एंटीबॉडी दवा उपचार विधि का परीक्षण किया
- Sunday December 27, 2020
- Reported by: भाषा
Coronavirus: ब्रिटेन में वैज्ञानिकों ने नवोन्मेषी एंटीबॉडी (Antibody) दवा उपचार का परीक्षण शुरू कर दिया है. उन्हें उम्मीद है कि यह कोविड-19 के खिलाफ तुरंत सुरक्षा मुहैया कर सकता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स एनएचएस ट्रस्ट (यूसीएलएच) ने कहा कि ‘स्टोर्म चेज’ अध्ययन में शामिल अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि लंबे समय तक प्रभावी रहने वाली एक एंटीबॉडी (LAAB) को एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है. इस एंटीबॉडी को एजेडडी7442 के नाम से जाना जाता है. यह उन लोगों को तुरंत और दीर्घकालीन सुरक्षा प्रदान कर सकता है, जो हाल की में सार्स-कोवी-2 कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं और उनमें संक्रमण विकसित होने से रोकने में मदद मिलेगी. एंटीबॉडी, ऐसे प्रोटीन अणु हैं जिन्हें शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है.
-
ndtv.in