'Baat pate ki'

- 13 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | प्रियदर्शन |शुक्रवार जुलाई 29, 2016 10:20 AM IST
    दरअसल महाश्वेता अपने-आप में प्रतिरोध की आवाज़ थीं - प्रतिरोध की आस्था थीं। उनको देखकर लेखन और संघर्ष में एक भरोसा जागता था। बेशक, वे पिछले कई दिनों से बीमार थीं - अस्पताल में भर्ती थीं। लेकिन तब भी वे ऐसे समय गईं, जब इस प्रतिरोध, संघर्ष और भरोसे की ख़ासी ज़रूरत थी।
  • Blogs | मंगलवार जुलाई 7, 2015 01:21 AM IST
    मध्य प्रदेश के एक मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की हंसी देखें तो उनकी सारी सफ़ाइयों के बावजूद यह समझ में आता है कि पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी उन्हें विचलित नहीं कर पाई। लेकिन यह एक आदमी की नहीं, उस व्यवस्था की, उस विचारधारा की गड़बड़ी है जो ऐसा आदमी बनाती है।
  • Blogs | मंगलवार जून 23, 2015 12:24 AM IST
    84 देशों के नुमाइंदों और 35,000 से ज़्यादा प्रतिभागियों के साथ योग के दो-दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रही बीजेपी के नेताओं की निगाह आख़िर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को क्यों खोजती रही? क्या इसलिए कि वे मुसलमान हैं और उनका फ़र्ज़ बनता है कि वो योग करके अपनी देशभक्ति साबित करें?
  • Blogs | शुक्रवार जून 12, 2015 12:13 AM IST
    युद्ध की भाषा बोलना एक आसान काम होता है- नेताओं को ये कुछ ज़्यादा रास आता है। यह एक सरल देशभक्ति है जिसमें कुछ साबित नहीं करना पड़ता, कुछ दांव पर लगाना नहीं पड़ता।
  • Blogs | मंगलवार जून 9, 2015 11:43 PM IST
    दिल्ली में शानदार बहुमत के साथ सरकार बनाने वाले अरविंद केजरीवाल ने अगर समय रहते अपने कानून मंत्री से इस्तीफ़ा ले लिया होता तो शायद जितेंद्र तोमर की गिरफ़्तारी के बाद भी कम से कम उनकी छीछालेदर नहीं होती।
  • Blogs | गुरुवार जून 4, 2015 11:14 PM IST
    जब तक कोई मारा नहीं जाता, जब तक किसी औरत से बलात्कार नहीं होता, जब तक कुछ बच्चे अनाथ नहीं हो जाते. तब तक जैसे हम किसी हादसे को हादसा मानते ही नहीं, किसी हमले को हमला मानते ही नहीं।
  • Blogs | बुधवार जून 3, 2015 11:13 PM IST
    जो लोग मैगी खाना बंद कर देंगे वे क्या खाएंगे? जाहिर है, किसी दूसरे नाम से बिकने वाला कोई दूसरा नूडल जिसमें छुपे ख़तरों से वे वैसे ही बेख़बर होंगे जैसे मैगी से रहे। लेकिन क्या वाकई मैगी इतनी ख़तरनाक है या वाकई हमें मैगी में छुपे ख़तरों का कुछ भी पता नहीं था?
  • Blogs | मंगलवार जून 2, 2015 09:44 PM IST
    1976 के मांट्रियल ओलिंपिक में ब्रूस जेनर ने डेकाथेलॉन में स्वर्ण पदक जीता। डेकाथेलॉन यानी दस खेलों की प्रतियोगिता जिसमें दुनिया भर के मर्दों की असली ताकत का इम्तिहान होता है। लेकिन जब ब्रूस दौड़ते थे तो उनके भीतर एक औरत भी दौड़ती थी। वह लगातार उनके भीतर दौड़ती रही।
  • Blogs | शुक्रवार मई 29, 2015 11:27 PM IST
    दिल्ली की केजरीवाल क्रांति कभी अपनों से उलझ रही है कभी दूसरों से। केजरीवाल जैसे सारे किले फतह करने पर तुले हैं लेकिन हर किले के बाद उनकी छवि की चमक कुछ फ़ीकी पड़ जा रही है। फिलहाल वो दिल्ली में अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं।
  • ब्लॉग | बुधवार मई 20, 2015 11:10 PM IST
    वह दूसरों के घर बर्तन मांजती रही। सीढ़ियों को मेज-कुर्सी बनाकर पढ़ती रही। लेकिन उसकी गरीबी ने, उसके अभाव ने, उसे इस तरह मांजा कि वह 85 फ़ीसदी अंक ले आई। ये बेंगलुरु की शालिनी की कहानी है।
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