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कश्मीर में चुनाव का क्या नजारा है? देखिए जन्नत में जश्न-ए-बहारा है

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज हो गई है. राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में उतर गए हैं. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)

  • जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज हो गई है. राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ मैदान में उतर गए हैं. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • जम्मू-कश्मीर में आज विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि जम्‍मू कश्‍मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर से मतदान होगा. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने बताया कि जम्‍मू कश्‍मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा. वहीं मतगणना चार अक्टूबर को होगी. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • कश्मीर में काफी वक्त से लोग चुनाव का इंतजार कर रहे हैं. साल 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.
  • मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 42.6 लाख महिलाओं सहित कुल 87.09 लाख मतदाता हैं और इनके मतदान के लिए कुल 11,838 मतदान केंद्र होंगे. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा 2014 में पांच चरणों में हुआ था, तब लद्दाख उसका हिस्सा था. जम्मू कश्मीर में यह विधानसभा चुनाव संविधान के अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद हो रहे हैं. अब जम्मू कश्मीर एक केंद्रशासित प्रदेश है, पहले यह राज्य हुआ करता था. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की 90 सीटें हैं. जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. पिछली बार जम्मू-कश्मीर में साल 2014 में 87 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे, जिनमें जम्मू की 37, कश्मीर की 46 सीटों और लद्दाख की 6 सीटें शामिल थीं. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • परिसीमन का काम पूरा नहीं हो पाने की वजह से साल 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराया जा सका. साल 2022 में परिसीमन के बाद से जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 90 सीटें हो गई हैं. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • 370 हटने के बाद से घाटी की राजनीति भी नए पड़ाव पर है. धारा 370 हटने से पहले तक जम्मू-कश्मीर राज्य था. लेकिन अब वह केंद्र शासित प्रदेश है. इस लिहाज से देखे तो अब घाटी में बड़ा बदलाव हो चुका है. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में केंद्र शासित प्रदेश में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने के निर्देश दिए थे. घाटी में 10 साल के अंतराल के बाद चुनाव होंगे. आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं. भाजपा के नेता भी लगातार विभिन्न इलाकों में जाकर जनता से मुलाकात कर रहे हैं. भाजपा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व मंत्री श्याम लाल शर्मा शनिवार को पुंछ के मेंढर में पहुंचे. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
  • केंद्रीय गृहमंत्रालय ने निर्वाचन आयोग (ईसी) से कहा है कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के वास्ते पर्याप्त सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के लिए वह तैयार हैं. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. (फोटो क्रेडिट : नीता शर्मा)
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