
नई दिल्ली:
सत्याग्रह आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने पर ‘गांधी इन चम्पारण’ समेत महात्मा गांधी से जुड़े तीन मौलिक प्रकाशनों का सरकार ने फिर से लोकार्पण किया है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने पुस्तकों का लोकार्पण करते हुए राष्ट्रपिता द्वारा अपनाये गये करूणा और अहिंसा के मूल्यों पर बल दिया.
उन्होंने कहा, ‘गांधी जी का जीवन अहिंसा और समावेश के जरिये इच्छित लक्ष्यों का पूरा करने के संदर्भ में मानवता, करूणा और संकल्प का मूल्यवान सबक है.’ ये तीन किताबें हैं - डी जी तेंदुलकर लिखित ‘गांधी का चंपारण, ‘रोमेन रोलैंड और गांधी कोरेसपोंडेंस (1976) और आठ खण्डों में गांधी की जीवनी.
नायडू ने कहा, ‘चम्पारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर मैं इन धरोहर किताबों का लोकार्पण करके बहुत खुश हूं. गांधी जी ने हमें औपनिवेशिक शासन से आजादी दिलायी और उनकी विरासत अब भी लोगों को प्रेरित और हमारा मार्गदर्शन कर रही है.’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार का ‘स्वच्छ भारत’ अभियान गांधी के दर्शन पर आधारित है और हमारी इच्छा भारत को महात्मा गांधी के सपने के मुताबिक बनाना है. इस ऐतिहासिक मौके पर मैं उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’
न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट
उन्होंने कहा, ‘गांधी जी का जीवन अहिंसा और समावेश के जरिये इच्छित लक्ष्यों का पूरा करने के संदर्भ में मानवता, करूणा और संकल्प का मूल्यवान सबक है.’ ये तीन किताबें हैं - डी जी तेंदुलकर लिखित ‘गांधी का चंपारण, ‘रोमेन रोलैंड और गांधी कोरेसपोंडेंस (1976) और आठ खण्डों में गांधी की जीवनी.
नायडू ने कहा, ‘चम्पारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने पर मैं इन धरोहर किताबों का लोकार्पण करके बहुत खुश हूं. गांधी जी ने हमें औपनिवेशिक शासन से आजादी दिलायी और उनकी विरासत अब भी लोगों को प्रेरित और हमारा मार्गदर्शन कर रही है.’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार का ‘स्वच्छ भारत’ अभियान गांधी के दर्शन पर आधारित है और हमारी इच्छा भारत को महात्मा गांधी के सपने के मुताबिक बनाना है. इस ऐतिहासिक मौके पर मैं उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’
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