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Right time to sleep at night : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और काम के दबाव के कारण देर रात तक जगना और फिर सुबह देर से उठना लोगों की लाइफस्टाइल में शामिल हो गया है. इसके अलावा घंटो फोन स्क्रॉल करना और रील देखने के चलते भी अधिकतर लोग 11 बजे के बाद ही सो रहे हैं, जिसका उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इसी को लेकर आज का हमारा यह आर्टिकल जिसमें हम आपको बताएंगे आधी रात सोने से शरीर और दिमाग पर क्या बुरा असर पड़ सकता है...
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देर रात सोने से शरीर पर क्या पड़ता है असर - What is the effect of sleeping late at night on the body
तनाव बढ़ता है
अगर आप रात में देर से सोते हैं, तो फिर इससे तनाव बढ़ता है साथ ही, आपकी नेचुरल रिपेयर साइकिल में रुकावट आती है.
सर्कैडियन रिदम होती है प्रभावितदेर रात सोने से सर्कैडियन रिदम में भी आपकी गड़बड़ी आ जाती है. जिससे आपके शरीर में हार्मोन्स असंतुलित और मेटाबोलिज्म स्लो हो जात है. ऐसे में फिर आप मोटापे के भी शिकार हो सकते हैं.
शरीर के तापमान में होता है बदलावइसके अलावा देर रात सोने से शरीर के तापमान में भी बदलाव होने लगता है. साथ ही 11 बजे बाद सोने से एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं.
डायबिटीज का भी बढ़ता है रिस्कआधी रात सोने से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है, जिससे आप डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं. वहीं, लंबे समय तक नींद न पूरी करने के कारण हाई बीपी और हार्ट से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
नींद न आने पर क्या करें - What to do when you can't sleep
- रोजाना एक ही समय पर सोने की कोशिश करें.
- रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें.
- स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए समय निकालें.
- यदि आपको नींद संबंधी समस्याएं हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.