
Bare Minimum Vs Princess Treatment: आज के समय में सोशल मीडिया पर 'बेर मिनिमम' (Bare minimum) और 'प्रिंसिस ट्रीटमेंट' (Princess Treatment) नाम का एक ट्रेंड काफी तेजी से वायरल हो रहा हैं. इस ट्रेंड में रिश्तों को लेकर सवाल जवाब किए जाते हैं. इस ट्रेंड में सच्चाई से बात करना, आपकी पसंद का ख्याल रखना और छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान रखने वाली बातों को लेकर सवाल पूछे जाते हैं. आज जब थकावट, इमोशनल बर्नआउट और डेटिंग कल्चर ने रिश्तों को मुश्किल बना दिया हैं. इस कारण लोग छोटी-छोटी बातों को भी प्यार समझ बैठते हैं. इससे जब कोई जवाब दे देता है, तो भी लगता है मानो कोई बड़ा एहसान हो गया हो. (signs of bare minimum in a relationship)

क्या है बेर मिनिमम वाला यह ट्रेंड | What is Bare Minimum Trend
बेर मिनिमम का मतलब सिर्फ फूल देना या तारीफ करना नहीं है. आजकल लोग रिश्तों से, फालतू ड्रामे से और दिल तोड़ने वाले ड्रामे से थक चुके हैं. ऐसे में जब कोई बस थोड़ा-सा ध्यान देता है, जैसे मैसेज का जवाब दे देता है या मिलने का प्लान बना लेता है, तो वो बहुत खास लगने लगता है. लेकिन सच ये है कि ये सब कुछ खास नहीं, बल्कि सामान्य होना चाहिए.
एक्सपर्ट सायकोलॉजिस्ट डॉ. मधुबाला वर्मा (Dr Madhubala Verma) बताती हैं कि अगर आप छोटे-छोटे कामों को बहुत बड़ा समझने लगेंगे, तो लोग आपको बस उतना ही देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब हम बहुत लंबे समय से प्यार और ध्यान से दूर रहते हैं, तो छोटी-छोटी बातें भी बड़ी लगने लगती हैं. टुकड़ों-टुकड़ों में जो खुशी मिलती है, हम उसमें जीना सीख गए हैं और असली प्यार कैसा होता है, ये भूलते जा रहे हैं.

प्रिंसिस ट्रीटमेंट | Princess Treatment
प्रिंसिस ट्रीटमेंट एक ऐसा ट्रर्म है, जो खासतौर के बर्ताव को दर्शाता है. इसमें किसी लड़की या औरत को बहुत खास, प्यार से और आराम ट्रीट किया जाता हैं. जैसे वो एक प्रिंसेस हैं.
- बिना कहे लड़की की पसंद-नापसंद का ध्यान रखना.
- सरप्राइज गिफ्ट्स या प्यारे मैसेज करना.
- बुरे दिन पर उसका मूड ठीक करने की कोशिश करना.
- उसे रेस्पेक्ट देते हुए उसके लिए दरवाजा खोलना या जब वह बैठे तो उसको कुर्सी ऑफर करना.
- उसकी खुशी और सुविधा को सबसे पहले रखना.
हमेशा याद रखो | Always Remenber
इस पूरी बहस का असल मकसद सिर्फ रोमांटिक इशारों या बड़े-बड़े गिफ्ट्स तक सीमित नहीं है. ये महिलाओं को एक जरूरी संदेश देता है कि अपने लिए स्टैंडर्ड हमेशा ऊंचे रखें. प्यार में सिर्फ बुनियादी चीजों में खुश मत हो. छोटी चीजों से समझौता मत करो. इसके साथ ही किसी भी मामूली हरकत को बड़ा मत बनाओ, क्योंकि सच्चा प्यार है तो उसके लिए सब करना चाहे वह अच्छा हो या बुरा. फूलों और मैसेज से आगे बढ़कर, प्यार में जरूरी है कोशिश, समझ और बराबरी रखना. इसलिए अपनी उम्मीदें घटाने के बजाय उन्हें मजबूती से थामे रहो और फिर इंतजार करो उस इंसान का, जो उन्हें पूरा करने से कभी पीछे न हटे.
प्रस्तुति: इशिका शर्मा
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