
Walking after a meal vs walking before a meal : टहलना सेहत के लिए कितना फायदेमंद है, ये हम सभी को पता है. पैदल चलने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है, हार्ट हेल्थ, पाचन क्रिया बेहतर होती है और मूड भी अच्छा बना रहता है, लेकिन आप कब चलते हैं, खाने से पहले या बाद में यह उतना ही महत्वपूर्ण हो सकता है जितना कि आप कितनी दूर या कितनी तेज चलते हैं. यह एक ऐसा सवाल है जो सुनने में सामान्य सा लगता है, लेकिन इसका जवाब बताता है कि टहलने की गति और समय कैसे हमारे शरीर के साथ सामंजस्य बैठाता है. आज के इस लेख में हम इसी पर बात करने जा रहे हैं, जिससे आपको टहलने के लिए कौन सा समय आपकी सेहत के लिए ज्यादा बेहतर है, यह स्पष्ट हो जाएगा...
चुकंदर कच्चा या फिर पकाकर खाना चाहिए? इसे Diet में शामिल करने का क्या है सही तरीका, जानिए यहां
खाने से पहले टहलने के फायदे - Benefits of Walking before a meal
सुबह के समय टहलना हमेशा फास्ट वेट लॉस से जोड़कर देखा जाता है. क्योंकि जब आप खाली पेट टहलते हैं, जिसे आमतौर पर 'फास्टेड कार्डियो' कहा जाता है, तो आपका शरीर एनर्जी के लिए आपके शरीर में पहले से जमे फैट का उपयोग कर सकता है, जो आपके वजन को तेजी से घटाने में मदद कर सकता है, खासकर तब जब आप इसे नियमित करते हैं. इसीलिए वेट लॉस जर्नी में सुबह के टहलने को प्रमुखता दी जाती है.
जो लोग भोजन से पहले टहलते हैं, वे भोजन का चुनाव अधिक सोच-समझकर करते हैं, क्योंकि टहलने से मन शांत होता है जिससे तनाव में खाने या ओवरईटिंग की संभावना कम हो जाती है. इसके अलावा खाने से पहले टहलना मानसिक एकाग्रता को भी तेज़ कर सकता है.
जब सुबह-सुबह सुस्ती महसूस होती है ऐसे में बाहर 10 मिनट की सैर ब्रेन में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ा सकती है और कोर्टिसोल के स्तर को कम कर सकती है. इसलिए खाने से पहले टहलना आपको "जो कुछ भी दिखाई दे उसे खा लो" वाले पल से बचने में मदद कर सकता है.
खाने के बाद टहलने के फायदे - Benefits of Walking after a meal
आयुर्वेद में भोजन के बाद, खासकर रात के खाने के बाद धीरे-धीरे चलने को "शतपावली" कहा जाता है और यह आपकी पाचन क्रिया के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है. खाने के बाद टहलने को लेकर काफी हद तक मॉडर्न साइंस भी सहमत है. कई हालिया अध्ययनों से पता चलता है कि खाने के 10 से 20 मिनट के भीतर, धीमी गति से टहलना बल्ड शुगर लेवल को बैलेंस करने में मददगार होता है.
खाने के बाद टहलना टाइप 2 डायबिटीज़ या प्रीडायबिटीज़ वाले लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है. वहीं, 2022 में स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, भोजन के बाद दो से पांच मिनट की धीमी गति से सैर बैठने या खड़े रहने की तुलना में रक्त शर्करा के स्तर को अधिक प्रभावी ढंग से कम कर सकती है.
दरअसल, जब हम खाने के बाद हिलते-डुलते हैं, तो हमारी मांसपेशियां हमारे भोजन से प्राप्त ग्लूकोज का कुछ हिस्सा इस्तेमाल करती हैं, जिससे ब्लड में जाने वाली ग्लूकोज की मात्रा कम हो जाती है और इंसुलिन का भार भी कम हो जाता है.
खाने के बाद टहलने से ब्लोटिंग, सीने में जलन और कब्ज की परेशानी कम हो सकती है, और जो लोग एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित हैं, उन्हें भोजन के बाद धीमी गति की सैर जरूर करनी चाहिए. लेकिन एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित लोग जॉगिंग से बचें, क्योंकि पेट में हलचल से रिफ्लक्स और भी बढ़ सकती है.
टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को हर भोजन के बाद 10 मिनट की सैर 24 घंटे की अवधि में ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार कर सकती है. वहीं, पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं, जो अक्सर इंसुलिन प्रतिरोध से जूझती हैं, उन्हें भी लाभ हो सकता है.
2023 के एक अध्ययन में पाया गया कि भोजन के बाद हल्की सैर करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है और भोजन के बाद की थकान कम होती है. अगर ब्लड शुगर को नियंत्रित करना आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, तो भोजन के बाद टहलना तुरंत लाभ पहुंचाता है.
निष्कर्ष - Conclusion
अगर आपका लक्ष्य बेहतर पाचन, ब्लड शुगर नियंत्रण है, तो खाने के बाद टहलना आपके लिए फायदेमंद होगा, लेकिन आप वजन कम करने और भूख नियंत्रण (Appetite control) ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो खाने से पहले टहलने के अपने फायदे हैं.
लेकिन इन सबके बावजूद टहलने का सबसे अच्छा समय वही है जो आप नियमित कर सकें. चाहे आप नाश्ते से पहले या दोपहर के भोजन के बाद टहलने जाए, ज़रूरी है कि आप इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं.
लेकिन आप अनुकूलन चाहते हैं, तो फिर दोपहर के भोजन से पहले दिमाग को शांत करने के लिए 10 मिनट टहलना और रात के खाने के बाद पेट को शांत करने के लिए 10 मिनट टहलना सबसे संतुलित तरीका हो सकता है.
इन सारी बातों से यही निष्कर्ष निकलता है कि सही समय पर सोचे-समझे कदम आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं. इसके लिए जिम जाने में घंटों पसीना बहाने की जरूरत नहीं है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.