Ayurvedic Remedies: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाने पर हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) की दिक्कत होने लगती है जिससे जोड़ों में यूरिक एसिड (Uric Acid) के क्रिस्टल्स जमा होने लगते हैं. जोड़ों में क्रिस्टल्स जम जाने को गाउट (Gout) कहते हैं. ज्यादातर घुटनों और पंजों की हड्डियों में यूरिक एसिड जमने के कारण दर्द और सूजन (Swelling) की दिक्कत रहती है. यूरिक एसिड के हाई लेवल को कम करने में कुछ आयुर्वेदिक उपाय बेहद कारगर साबित होते हैं, साथ ही इन नुस्खों से गाउट की दिक्कत कम होने में भी मदद मिलती है.
यूरिक एसिड के आयुर्वेदिक उपाय | Uric Acid Ayurvedic Treatments
त्रिफला त्रिफला के पाउडर को तीन चीजों को मिलाकर बनाया जाता है. इसे यूरिक एसिड के हाई लेवल को कम करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे एक अच्छा उपचार बनाते हैं. यूरिक एसिड कम करने के लिए रात के समय इसके सेवन की सलाह दी जाती है.
गिलोय का रसबुखार में भी गिलोय के रस का सेवन किया जाता है. गिलोय के पौधे के तने से इसके रस को निकाला जाता है. यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर को कम करने के लिए गिलोय के रस (Giloy Juice) को पिया जाता है.
सोंठ का पाउडरसोंठ और हल्दी को साथ मिलाकर सब्जी में तो आपने कई बार इस्तेमाल किया होगा, लेकिन इन्हें यूरिक एसिड को कम करने के लिए भी खाया जाता है. सीमित मात्रा में सोंठ और हल्दी के पाउडर (Turmeric Powder) को मिलाकर खाने पर फायदेमंद साबित होता है.
करेलाखाने में चाहे कितना ही कड़वा लगे लेकिन सेहत के लिए करेला बेहद लाभकारी साबित होता है. आयुर्वेद में भी करेले को अच्छा माना जाता है. यूरिक एसिड को कम करने में करेले को खाया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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