Teachers' Day 2023: टीचर को सबसे ज्यादा खुशी तब होती है जब उनके स्टूडेंट्स अच्छा परफॉर्म करते हैं, बेहतर इंसान बनते हैं और जीवन में आगे बढ़ते जाते हैं. इन्हीं अध्यापकों (Teachers) के सम्मान में हर साल 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस दिन भारत के पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr Sarvepalli Radhakrishnan) का जन्म हुआ था और उनकी जयंती को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. आप भी अपने अध्यापकों को सम्मान के रूप में एक अच्छे विद्यार्थी बनकर दिखा सकते हैं. यहां ऐसी ही कुछ आम आदतों का जिक्र किया जा रहा है जो छात्र अपना सकते हैं. इनसे स्कूल में परफॉर्मेंस तो अच्छी होगी ही, साथ ही अध्यापक भी गर्व महसूस करेंगे.
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स्टूडेंट्स अपना सकते हैं ये आदतें
ऐसे करें टाइम मैनेजमेंटटाइम मैनेजमेंट ऐसी चीज है जो अच्छे-अच्छों की बस की बात नहीं होती. लेकिन, स्टूडेंट लाइफ में टाइम मैनेजमेंट (Time Management) जरूरी है. आपको अपनी पढ़ाई, हॉबी और रिलैक्स करने के समय को बांटना होगा. दिन में आपको कौनसे 3 बड़े काम करने हैं उन्हें पहले ही दिमाग में बैठा लें और सबसे पहले इन्हीं कामों को खत्म करें. इससे आपके जरूरी प्रोजेक्ट्स या असाइन्मेंट कभी देरी से नहीं होंगे.
एक्सरसाइज को बनाएं जीवनशैली का हिस्साआपको लग रहा होगा कि भला पढ़ाई और एक्सरसाइज का आपस में क्या लेना देना है. लेकिन, जबतक शरीर फिट नहीं रहेगा तबतक पढ़ाई में भी स्टूडेंट अपना बेस्ट नहीं दे सकेगा. इसीलिए एक्सरसाइज को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं और दिन में 20 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें.
पढ़ाई के समय सिर्फ पढ़ाईजब कुछ याद करने बैठते हैं या कुछ पढ़ रहे हैं तो कोशिश करें आसपास ज्यादा डिस्ट्रेक्शंस ना हों नहीं तो आपका ध्यान भटकने लगेगा. आपको पढ़ाई मन लगाकर करनी है. अपने दिन के निश्चित घंटे चुनें जब आप सिर्फ पढ़ाई करेंगे और किसी और बात पर मन नहीं लगाएंगे.
बनाएं गोल्सजिंदगी में गोल्स (Goals) होते हैं तो एक मकसद होता है कि इन गोल्स को पूरा करना है. इसीलिए स्टूडेंट्स की जिंदगी में गोल्स का अत्यधिक महत्व होता है. कोशिश करें कि आप बहुत बड़े ना सही लेकिन छोटे-छोटे गोल्स खुद के लिए सेट करें. आप महीने के आखिर तक के लिए गोल सेट कर सकते हैं या हफ्ते के आखिर तक के लिए भी.
रहें ऑर्गेनाइज्डस्टूडेंट्स को दिन के 10 मिनट अपने कमरे की सफाई करने के लिए निकालने चाहिए. सुनने में यह जरूर लगता है कि कितना बोरिंग काम है, लेकिन ऑर्गेनाइज्ड रहना के लिए जरूरी है. आप बेहतर तरह से ऑर्गेनाइज्ड रहते हैं तो आस-पास फैले सामान को देखकर एंजाइटी नहीं होती और बेहतर तरह से सोच-विचार करने में मदद मिलती है.
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