Parenting tips for stubborn child : बच्चे जब बोलने और चलने लगते हैं यानि 1 साल से ज्यादा के हो जाते हैं तो हम उन्हें बालना, उठना, बैठना, चलना, जैसी चीजें धीरे-धीरे सिखाने लगते हैं. यही वह समय होता है जब बच्चा जो कुछ भी आप उसे सिखाते हैं तेजी से ग्रैप करता है. लेकिन कुछ बच्चे थोड़ा जिद्दी और गुस्सैल स्वभाव के होते हैं, वो बात नहीं मानते, कोई कहना नहीं मानते हैं. ऐसे बच्चों के माता-पिता बहुत परेशान रहते हैं उनके भविष्य को लेकर. इन बातों को ध्यान में रखकर हम यहां ऐसे टिप्स बताने वाले हैं जिनसे आप अपने जिद्दी बच्चे को कंट्रोल कर सकते हैं.
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बच्चा न सुने तो दोहराएं नहीं बार-बारअगर बच्चा एक से दो बार बोलने पर न सुने तो उस बात को बार-बार न दोहराइए. इससे बच्चा इरिटेट हो सकता है. ऐसा बच्चा तभी करता है जब उसमें इमोशनल कनेक्शन कम होता है. ऐसे में आपको जरूरी है कि आप उससे अपना बॉन्ड अच्छा करें.
आई कॉन्टैक्ट करिए बच्चे सेजब बच्चा आपकी बात न माने तो आप उससे आई कॉन्टैक्ट करके अपनी बात कहें. इससे बच्चा आपकी बात जल्दी सुनेगा और समझेगा भी. आप दूर से चिल्लाकर बोलने की बजाय आसानी से उसके पास जाकर कहें.
बहुत ज्यादा गुस्सा न करेंवहीं, जब आपका बच्चा आपसे जिद्द करे तो आपको उससे बहस या गुस्सा नहीं करना चाहिए, बल्कि अपने आपको शांत करके उससे बात करनी चाहिए, नहीं तो बच्चा बदतमीजी करेगा.
फ्रेंड्स सर्कल पर दीजिए ध्यानइसके अलावा आप उनके दोस्तों पर ध्यान दीजिए. फ्रेंड्स सर्कल का असर बच्चों पर काफी हद तक पड़ता है. अगर बच्चे की संगति ठीक नहीं है तो इसका सीधा असर उसके स्वभाव पर पड़ेगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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