
Ways To Motivate Kids To Study: आज के समय में एजुकेशन केवल नॉलेज के लिए नहीं, बल्कि बच्चों के ऑल राउंड डेवलपमेंट के लिए भी बेहद जरूरी हो गया है. बच्चों की पढ़ाई और उनका एजुकेशन लेवल न केवल उनके भविष्य को आगे ले जाता है, बल्कि समाज को आगे बढ़ाने में भी जरूरी रोल प्ले करता है. अक्सर देखा जाता है कि बच्चे पढ़ाई में (Parenting Tips For Study Motivation) ज्यादा इंटरेस्ट नहीं लेते और खेलकूद में अधिक ध्यान लगाते हैं. ऐसे में माता-पिता के सामने ये एक बड़ी चुनौती बन (How To Improve Child Focus On Studies) जाती है कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के प्रति कैसे मोटीवेट करें. इसी प्रॉब्लम के सलूशन के लिए हम आज इस आर्टिकल में कुछ बेहतरीन पेरेंटिंग टिप्स शेयर कर (Importance Of Education For Child Development) रहे हैं, जिनकी मदद से आपका बच्चा खुद से पढ़ाई में दिलचस्पी लेने लगेगा. तो आइए जानते हैं इन खास उपायों के बारे में विस्तार से.
पढ़ाई के लिए इस तरह करें मोटिवेट (Tips To Motivate Child For Studies)
1. अच्छा एनवायरनमेंट दें: बच्चों का मन पढ़ाई में तभी लगेगा जब घर का माहौल शांत, मोटिवेट और पॉजिटिव होगा. तेज टीवी की आवाज, डांट-फटकार और शोरगुल वाले माहौल उनके मन को भटका सकते हैं. इसलिए, बच्चों के लिए एक शांत और आरामदायक स्थान तैयार करें, जहां वे बिना किसी दिक्कत के पढ़ाई कर सकें.
2. सही टाइम टेबल बनाएं: बच्चों को हर दिन तय समय पर पढ़ाई के लिए बैठने की आदत डालें. जब पढ़ाई एक रेगुलर टाइम टेबल का हिस्सा बन जाएगी, तो उनका दिमाग भी उस समय अपने आप पढ़ाई के लिए तैयार और एक्टिव हो जाएगा.
3. बच्चों के साथ खुद भी समय बिताएं: शुरुआत में अगर आप बच्चों के साथ बैठकर उनकी पढ़ाई में मदद करेंगे, तो उन्हें न केवल सहयोग का अहसास होगा बल्कि पढ़ाई में भी उनकी रुचि बढ़ेगी. धीरे-धीरे वे खुद भी पढ़ाई में ध्यान लगाने लगेंगे.
4. बच्चों की दूसरों से तुलना न करें: कभी भी बच्चों से यह न कहें कि 'देखो, पड़ोस का बच्चा कितना अच्छा पढ़ता है.' ऐसी बातें बच्चों के मन पर नेगेटिव असर डालती हैं. इसके बजाय, जब भी आपका बच्चा अच्छा करे, उसकी खुले दिल से तारीफ करें. इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह अगली बार और बेहतर करने के लिए मोटिवेट होगा.
5. तारीफ करना न भूलें: अपने बच्चे को छोटी-छोटी अचीवमेंट पर भी जरूर तारीफ करें. सिर्फ क्लास में फर्स्ट आने पर ही नहीं, बल्कि उसकी हर छोटी कोशिश की भी तारीफ करें. अगर आप हमेशा उसकी कमियां ही गिनाते रहेंगे, तो उसका मन उदास हो सकता है और वह पढ़ाई में रुचि नहीं ले पाएगा. लंबे समय तक ऐसा माहौल मानसिक तनाव (मेंटल स्ट्रेस) भी पैदा कर सकता है.

6. नींद पूरी करने दें: अक्सर देखा जाता है कि बच्चे पढ़ाई के समय ही नींद से झूमने लगते हैं, जिसे माता-पिता बहाना समझ लेते हैं. लेकिन अगर बच्चा रात को देर से सोता है, सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाता है और शाम को खेलकूद में थक जाता है, तो पढ़ाई के समय नींद आना नेचुरल है. इसलिए ये तय करें कि आपके बच्चे को हर दिन कम से कम 8 घंटे की भरपूर नींद मिले, ताकि वह तरोताजा होकर पढ़ाई पर फोकस कर सके.
7. बच्चों की डाइट का ध्यान रखें: बच्चों की सही डाइट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. घर का हेल्दी खाना उनके मेंटल और फिजिकल हेल्थ को मजबूत बनाए रखता है. इसके साथ ही अगर बच्चे नियमित रूप से योग करें, तो उनकी कंसंट्रेशन पावर बढ़ेगी और वे पढ़ाई में बेहतर फोकस कर पाएंगे.
8. रिजल्ट के बारे में बताएं: बच्चे को सही और गलत के बीच का फर्क समझाते हुए, प्यार और धैर्य से समझाएं. उसे ये समझाएं कि जो भी काम वह कर रहा है, उसका क्या रिजल्ट हो सकता है और उसके ऊपर किस तरह का असर डाल सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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