
Basi muh khane ke fayde nuksan: सुबह उठते ही बासी मुंह पानी पीना या कुछ खास चीजें खाना पुरानी पीढ़ियों से चली आ रही आदत है. आपने अक्सर दादी-नानी को ऐसा करने की सलाह देते हुए सुना होगा. कई चीजों को खाली पेट खाना सेहत के लिए अच्छा भी माना जाता है. लेकिन क्या वाकई ऐसा करना ठीक है? क्या बासी मुंह कुछ भी खाना सच में फायदेमंद होता है? आइए जानते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स से-
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस विष्य को लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान कैलाश हॉस्पिटल, नोएडा, सेक्टर 71 की कंसल्टेंट डाइटिशियन डॉक्टर वंदना राजपूत ने बताया, खाली पेट खाने की आदत के पीछे न सिर्फ परंपरा, बल्कि विज्ञान भी कई फायदे बताता है.
मिलते हैं ये फायदे-बेहतर पाचन
डाइटिशियन बताती हैं, सुबह का समय पाचन तंत्र के लिए खास होता है. इस वक्त रातभर के उपवास के बाद पेट पूरी तरह खाली होता है. ऐसे में बासी मुंह गुनगुना पानी या हल्के फलों का सेवन पाचन रसों को सक्रिय करता है. यह दिनभर भोजन को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करता है.
कब्ज में फायदेमंदजिन लोगों को अक्सर कब्ज की समस्या रहती है, उनके लिए यह आदत खासतौर पर फायदेमंद हो सकती है. बासी मुंह पानी पीने से आंतों की गति बेहतर होती है, जिससे कब्ज की समस्या में सुधार होता है.
डिटॉक्स में मददरातभर उपवास के बाद शरीर डिटॉक्स मोड में होता है. बासी मुंह पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलने में आसानी होती है, जिससे त्वचा भी साफ और चमकदार रहती है.
मुंह के बैक्टीरिया का असरडॉक्टर आगे बताती हैं, सुबह हमारे मुंह में मौजूद कुछ अच्छे बैक्टीरिया पाचन और इम्यून सिस्टम के लिए लाभकारी होते हैं. बासी मुंह पानी पीने से ये 'गुड बैक्टीरिया' पेट तक पहुंच जाते हैं, जिससे आंतों की सेहत में सुधार हो सकता है.
इन बातों का रखें ध्यानडाइटिशियन बताती हैं, सुबह उठते ही कॉफी, चाय या बहुत तैलीय भोजन लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे एसिडिटी और डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. इसके बजाय हल्के, पौष्टिक और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लेना बेहतर है, जैसे ताजे फल, भीगा हुआ चना या गुनगुना पानी.
इन सब से अलग अगर किसी को डायबिटीज, अल्सर या गंभीर पाचन संबंधी बीमारी है, तो बासी मुंह कुछ भी खाने-पीने से पहले डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह लेना जरूरी है.
डॉ. वंदना राजपूत का कहना है कि अगर सही चीजें और सही मात्रा में ली जाएं तो बासी मुंह खाना या पीना पाचन को बेहतर बनाने, कब्ज से राहत देने और शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार हो सकता है. हालांकि, हर व्यक्ति का शरीर अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है, इसलिए अपनी सेहत और जरूरत के अनुसार बदलाव करना ही सबसे समझदारी भरा कदम है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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