विज्ञापन

इस 'योगा दिवस' सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स रूटीन में कर लीजिए शामिल, गंभीर बीमारियां रहेंगी कोसों दूर

सूर्य नमस्कार, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘सूर्य को नमस्कार’, बारह शक्तिशाली योग आसनों की एक सीरीज है. इसे सूर्य को सम्मान देने का अभ्यास माना जाता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा ऊर्जा स्रोत है. 

इस 'योगा दिवस' सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स रूटीन में कर लीजिए शामिल, गंभीर बीमारियां रहेंगी कोसों दूर
प्रणामासन (Pranamsan benefits) एक खड़े होने की मुद्रा है जिसमें आप अपने पैरों को एक सीध में रखते हुए खड़े होते हैं.

International yoga day 2024 : सूर्य नमस्कार, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘सूर्य को नमस्कार', बारह शक्तिशाली योग आसनों की एक सीरीज है. इसे सूर्य को सम्मान देने का अभ्यास माना जाता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा ऊर्जा स्रोत है. ऐसे में आप अपने दिन की शुरूआत सूर्य नमस्कार से करते हैं, तो फिर पूरा दिन ताजगी और सकारात्मकता से पूर्ण होगा. क्योंकि इसमें सारे योगों का समावेश होता है. दरअसल, सूर्य नमस्कार के 12 चरण होते हैं, जिन्हें करने के अपने अलग-अलग लाभ हैं.जिनके बारे में ही आज आपको इस लेख में बताने वाले हैं, ताकि आप भी इनके फायदे उठा सकें. 

Father's day 2024 : क्या आपके पापा हैं 50 प्लस तो जरूर कराएं ये 5 मेडिकल टेस्ट, सेहत का ख्याल रखना है जरूरी

सूर्य नमस्कार के लाभ और उनके स्टेप्स

सूर्य नमस्कार कब करें?

सूर्य नमस्कार सुबह के समय सूर्य की ओर मुंह करके करना सबसे अच्छा होता है, इससे आपको ताजगी का अनुभव होता है.

सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स1-  प्रणामासन
Latest and Breaking News on NDTV

प्रणामासन एक खड़े होने की मुद्रा है जिसमें आप अपने पैरों को एक सीध में रखते हुए खड़े होते हैं. जब आप गहरी सांस लेते हैं, तो अपने कंधों को आराम देते हुए और अपनी छाती को फैलाते हुए अपने हाथों को बगल की तरफ उठाएं. धीरे से सांस छोड़ें और अपनी हथेलियों को अपनी छाती के सामने एक साथ जोड़िए. यह जीवन में सभी चीजों के लिए आभार व्यक्त करने का एक तरीका है.

2- हस्त उत्तानासन
Latest and Breaking News on NDTV

गहरी सांस लें और अपनी हथेलियों को एक साथ रखते हुए धीरे-धीरे अपने हाथों को ऊपर उठाएं. अपने शरीर को आराम देने के लिए, अपनी पीठ को थोड़ा झुकाएं. अपने कान और बाइसेप्स को एक साथ रखें. 

3- हस्त पादासन

सांस छोड़ें और धीरे-धीरे कमर से आगे की ओर झुकें. अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को मोड़ने पर ध्यान दें और अपनी रीढ़ को सीधा रखें, अब आप खुद को जमीन की ओर नीचे करें. हस्त पादासन मन को संतुलित करने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है.

4- अश्व संचालनासन

गहरी सांस लेते हुए अपने शरीर को फर्श के समानांतर रखें. अपनी भुजाओं को अपनी भुजाओं के साथ फैलाएं और अपने दाहिने घुटने को अपनी छाती के दाईं ओर लाएं. अपनी पीठ को धीरे से मोड़ें और ऊपर की ओर देखें, साथ ही अपने बाएं पैर को अपने पीछे फैलाएं. इस मुद्रा को करने से आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति विकसित होती है. 

5- दंडासन
Latest and Breaking News on NDTV

शरीर को जमीन के समानांतर रखते हुए, सांस लें और दाएं पैर को पीछे की ओर खींचें, इसे बाएं पैर के साथ अलाइन करें. यह तनाव को कम करता है. 

6- अष्टांग नमस्कार

गहरी सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों को धीरे से ज़मीन की ओर नीचे करें. अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं और अपनी ठुड्डी को ज़मीन पर टिकाएं, अपनी पीठ में थोड़ा सा आर्क बनाए रखें. यह आपके अंदर जागरूकता को बनाए रखती है.

7-भुजंगासन
Latest and Breaking News on NDTV

इसे कोबरा मुद्रा भी कहा जाता है, अपने धड़ और छाती को ज़मीन से अलाइन करें. हाथों का उपयोग करके शरीर को सहारा देते हुए आपका मध्य भाग और पैर सपाट रखें. ध्यान रखें कि आप अपना पूरा भार बाजुओं पर न डालें. इस आसन को करने से आपको शक्ति का अनुभव होता है.

8- पर्वतासन
Latest and Breaking News on NDTV

Photo Credit: iStock

अपने पैरों और हथेलियों को अपनी जगह पर रखते हुए धीरे-धीरे अपने मध्य भाग को ऊपर उठाएं. अपनी मुद्रा बनाए रखते हुए धीरे-धीरे अपनी सांस छोड़िए. पर्वतासन शरीर को स्थिरता प्रदान करने में मदद करता है.

9- अश्व संचालनासन

अपने दाहिने पैर को आगे लाकर और उसे अपने बाएं पैर के बगल में रखकर मुद्रा में वापस आएं, इससे शक्ति और संतुलन बढ़ेगा. सांस लेते समय इस स्थिति को बनाए रखिए.

10- हस्त पादासन

बाएं पैर को दाएं पैर के बगल में रखते हुए, सांस छोड़ते हुए बाएं पैर को धीरे-धीरे आगे लाएं. अपने हाथों को उसी स्थान पर रखें, जहां आप खुद को उठाते हैं.

11- हस्त उत्तानासन

हाथों को ऊपर उठाएं और गहरी साँस लीजिए. धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकिए. यहां छाती को खींचने से साँस लेने में सुधार होता है.

12- प्रणामासन

अपने शरीर को आराम दें और नमस्कार मुद्रा बनाए रखते हुए सांस छोड़ें. चक्र अब समाप्त हो गया है, जो आपके द्वारा प्राप्त की गई सभी ऊर्जा के लिए आभार के साथ समाप्त होता है.

सूर्य नमस्कार के लाभ 

- हृदय संबंधी स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है. 

- मांसपेशियों को खींचने, लचीला बनाने और टोन करने में सहायता करता है. 

- वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com