Watermelon : गर्मी के मौसम में वॉटर बेस्ड फलों की जैसे बहार आ जाती है. फल मंडी, तरबूज, खरबूज, पपीता, अंगूर आदि से फलों के ठेले सज जाते हैं. इस मौसम में इन फलों की खपत बहुत होती है, जिसके कारण इनमें मिलावट भी बहुत होती है. ऐसे में आज हम आपको तरबूज केमिकल वाला है या बिना केमिकल का, इसकी पहचान कैसे करें उसके बारे में बताने जा रहे हैं. ताकि आप भी खरीदने से पहले इसकी जांच कर लीजिए.
तरबूज केमिकल वाला है ऐसे लगाएं पता
- आप तरबूज को दो हिस्सों में काट लीजिए. इसके बाद आप गूदे पर कॉटन बॉल लगा दीजिए. अगर कॉटन बॉल का रंग बदल जाता है तो समझिए तरबूज केमिकल से पकाया गया है. अगर ऐसा नहीं होता है तो समझिए नेचुरली तरबूज पका हुआ है.
- आपको बता दें कि किसान तरबूज को लाल पका हुआ दिखाने के लिए जहरीले डाई एरिथ्रोसिन का प्रयोग करते हैं. इससे तरबूज गहरे लाल रंग का हो जाता है. ऐसे में इस तरह के तरबूज का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है.
- इस तरीके से पकाए गए तरबूज को खाने से नर्वस सिस्टम कमजोर होता है. इसको खाने से थायरॉइड बढ़ सकता है आपका. तो इसलिए इस तरह के फलों को खाने से बचें. आम, केले और तरबूज को पकाने के लिए कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है जो कि सेहत के लिए हानिकारक होता है.
- इस तरह के फलों को खाने से सिरदर्द, स्किन पर रेसेज, खुजली, नर्वस सिस्टम खराब, बेहोश होना, दौरे पड़ना जैसी स्थिति बन सकती है. इसलिए इसका सेवन लंबे समय के लिए अच्छा नहीं होता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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