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नवजात शिशु दूध पीते ही उल्टी क्यों कर देता है? डॉक्टर ने बताया अगर बच्चा बार-बार दूध निकाले तो क्या करें

How to stop baby vomiting: डॉक्टर बताते हैं, कई बार पेरेंट्स कुछ आम गलतियां कर जाते हैं, जिससे बच्चा दूध बाहर निकालने लगता है. ऐसे में बच्चे को दूध पिलाते समय कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानते हैं इनके बारे में-

नवजात शिशु दूध पीते ही उल्टी क्यों कर देता है? डॉक्टर ने बताया अगर बच्चा बार-बार दूध निकाले तो क्या करें
बच्चा बार-बार दूध निकाले तो क्या करें?

Parenting Tips: क्या आपका बच्चा भी दूध पीने के तुरंत बाद उल्टी कर देता है? या शिशु बार-बार दूध बाहर निकाल देता है? अगर हां, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. हाल ही में मशहूर पीडियाट्रिशियन अर्पित गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में बच्चों के डॉक्टर बताते हैं, कई बार पेरेंट्स कुछ आम गलतियां कर जाते हैं, जिससे बच्चा दूध बाहर निकालने लगता है. ऐसे में बच्चे को दूध पिलाते समय कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानते हैं इनके बारे में-

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

डॉक्टर अर्पित गुप्ता बताते हैं, नवजात शिशुओं में उल्टी या दूध उगलने की 5 मुख्य वजहें होती हैं. इन 5 गलतियों के चलते बच्चा दूध पीने की बजाय उसे बाहर निकालने लगता है. 

बच्चे के साथ नहीं करें ये 5 गलतियां

नंबर 1- जरूरत से ज्यादा दूर पिलाना  

डॉक्टर कहते हैं, बच्चे को जरूरत से ज्यादा दूध न पिलाएं. बच्चे का पेट छोटा होता है, एक साथ दूध पिलाना उसके लिए ठीक नहीं है. इसकी बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में  थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दूध देना बेहतर है.

नंबर 2- दूध के बाद तुरंत लिटा देना 

कई बार पैरेंट्स दूध पिलाने के बाद बच्चे को सुलाने लगते हैं. ऐसा करने से बच्चे. फीडिंग के तुरंत बाद लिटाने से बच्चा दूध को निकाल देता है. इसकी बजाय दूध पिलाने के बाद बच्चे को कम से कम 15 से 20 मिनट तक कंधे से टिकाकर सीधा रखें, ताकि दूध वापस ऊपर न आए.

नंबर 3- डकार न दिलाना   

पीडियाट्रिशियन कहते हैं, हर फीडिंग के बाद डकार निकलवाना जरूरी है. इससे गैस बाहर निकलती है और उल्टी की संभावना घटती है. ऐसे में हर बार दूध पिलाने के बाद कम से कम 15 मिनट तक बच्चे को डकार दिलाने की कोशिश करें. 

नंबर 4- फॉर्मूला मिल्क बार-बार चेंज करना 

डॉक्टर कहते हैं, बच्चे का पेट बहुत नाजुक होता है. ऐसे में बार-बार उसका फॉर्मूला मिल्क न बदलें. एक दूध को पहचानने के लिए बच्चे को 5 से 7 दिन लग जाते हैं. जब तक बच्चा इसे ठीक से पचा पाता है, पेरेंट्स दूध बदल देते हैं. इससे बच्चे की पाचन संबंधी दिक्कत बढ़ सकती है. ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के बार-बार बच्चे की दूध का ब्रांड न बदलें.

नंबर 5- गंभीर लक्षणों को नॉर्मल समझना

इन सब से अलग पीडियाट्रिशियन कहते हैं, अगर बच्चा बार-बार बहुत ज्यादा उल्टी कर रहा है, हरे रंग की उल्टी कर रहा है, बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा या कमजोर दिख रहा है, तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें. इस कंडीशन में डॉक्टर से तुरंत सलाह लेना जरूरी है. 

इस तरह छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर आप शिशु की सेहत का ख्याल रख सकते हैं और बार-बार उल्टी करने की परेशानी को ठीक कर सकते हैं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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