
Desi Ghee Recipe From Malai: बाजार में मिलने वाले मिलावटी घी से छुटकारा सभी पाना चाहते हैं. अब लोगों ने घर पर ही शुद्ध देसी घी बनाना शुरू कर दिया है. सेहत को ध्यान में रख कर ये काफी फायदेमंद साबित होता है. बघेलखंड में आज भी पूराने तरीके से ही घी (desi ghee benefits) बनाना एक आम घरेलू परंपरा बनी हुई है. वहां की ज्यादातर औरतें रोज दूध से निकली मलाई को फ्रिज में जमा करती हैं (malai se ghee kaise banate hai). इसके बाद हर 7 से 15 दिनों में उससे शुद्ध घी तैयार करती हैं. घर में बना यह देसी घी न सिरेफ बाजार के ब्रांडेड घी से अधिक पौष्टिक और सुरक्षित होता है, बल्कि स्वाद में भी काफी अच्छा माना जाता है.
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गांव में लगभग हर परिवार रोजाना 1 से डेढ़ किलो दूध खरीदता है. ऐसे में रोज की मलाई को इकट्ठा करके एक तैय किए गए समय में अच्छी मात्रा में घी तैयार किया जा सकता है. इसके लिए पहले एक बर्तन में इकट्ठा की गई मलाई लें, उसमें ठंडा पानी मिलाएं और फिर मथनी या हाथों से अच्छे से मथ लें.
इसके बाद इस मक्खन को धीमी आंच पर कढ़ाई में डालकर पकाएं ले. इसे 15-20 मिनट तक लगातार चलाते रहें ताकि मक्खन पूरी तरह पिघल जाए. जब मिश्रण सुनहरा भूरा दिखने लगता है. तब गैस बंद कर दें और उसे छलनी या सूती कपड़े से छानकर एक साफ बर्तन में निकाल लें.
तैयार घी को एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें लें. इससे उसकी शुद्धता और स्वाद लंबे समय तक बना रहता है. घर में बना देसी घी पूरी तरह से सेहतमंद होता है. इसमें किसी भी तरह का कोई भी प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाया जाता है. इसलिए यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए सुरक्षित होता है.
अगर आप इसे मिट्टी के बर्तन में और लकड़ी के चूल्हे पर गांव वाले पुराने तरीके से तरीके से बनाते हैं, तो उसकी खुशबू और स्वाद एकदम अलग ही स्वाद देता है. दाल में जैसे ही यह घी डाला जाता है, उसकी खुशबु और स्वाद में गजब का बदलाव आ जाता है. मिट्टी के बर्तन में बना यह भोजन स्वाद और सेहत दोनों के लिए काफी अच्छा रहता है.
प्रस्तुति: इशिका शर्मा
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