Fennel Seeds Water: पेट साफ रखने से लेकर वेट लॉस करने तक, सौंफ के पानी को एक शानदार घरेलू उपाय माना जाता है. इसमें कई तरह के न्यूट्रिएंट्स जैसे- आयरन (Iron), पोटाशियम, सोडियम और कैल्शियम (Calcium) गुण पाए जाते हैं. यही नहीं इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जिससे हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रॉन्ग रहता है और खाना भी आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है. इसलिए आपने देखा होगा कि, कई लोग खाना खाने के बाद इसे माउथ फ्रेशनर (Mouth Freshner) के रूप में खाना पसंद करते हैं. इसकी गिनती मसालों में भी की जाती है, इसलिए कुछ लोग इसका यूज सब्जी बनाने, चाय बनाने और मिठाइयों में भी करते हैं. लेकिन वो कहते हैं न कि, हर चमकती चीज सोना नहीं होती और हर हर्बल उपाय सबके लिए फायदेमंद नहीं होते. उसी तरह से सौंफ का पानी भी नुकसानदायक साबित हो सकता है. जैसे इसके पानी से कुछ लोगों को साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.
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सौंफ के पानी के फायदे और नुकसान | Benefits And Side Effects Of Fennel Seeds Water
सौंफ के पानी के नुकसान जानने से पहले उसके कुछ फायदों के बारे में भी जान लीजिए.
वेट लॉस में मददगार
फाइबर से भरपूर होने के कारण सौंफ डाइजेस्टिव सिस्टम को स्ट्रांग करता है. इसके साथ, ये मेटाबॉलिज्म को फुर्तीला बनाता है. इसका पानी पीने से पेट भरा-भरा लगता है और सेटिस्फेक्शन मिलता है.
मुंह की बदबू से राहत
सौंफ खाने से आपके मुंह से आने वाली बदबू भी दूर होती है. सौंफ को चबाने से मुंह में ज्यादा लार बनती है, जिससे बैक्टीरिया दूर होते हैं और सांसों की बदबू कम होती है. लोग अक्सर इसे खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में खाते हैं.
प्रेग्नेंट महिलाएं
सौंफ में पाया जाने वाला फाइटोएस्ट्रोजेन हार्मोनल बदलावों को अफेक्ट कर सकता है. ये हार्मोन एस्ट्रोजेन पैदा करता है, जिससे गर्भाशय में सिकुड़न हो सकती है. ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं में ये समस्या गर्भपात या समय से पहले डिलीवरी का कारण बन सकती है. ऐसे में अगर इसे पीने की जरूरत हो तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
एलर्जी होने पर
कुछ लोगों को सौंफ या इसके ऑयल से एलर्जी हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, सौंफ में एनेथोल जैसे कंपाउंड मौजूद होते हैं. इससे स्किन पर खुजली, सूजन या सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है. ऐसे में इन लोगों को सौंफ खाने या इस के पानी से भी दूर रहना चाहिए.
हार्मोनल इम्बैलेंस होने पर
सौंफ फाइटोएस्ट्रोजेन हार्मोनल सिस्टम को इफेक्ट कर सकता है. ये समस्या स्पेशली उन लोगों में देखने को मिलती है. जिन्हें थायरॉयड, पीसीओएस या हार्मोनल इम्बैलेंस की समस्या होती है. इससे महिलाओं का मेंसुरेशन साइकिल गड़बड़ा सकता है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के लेवल पर असर पड़ सकता है. तो ऐसे में हार्मोनल दवाइयां लेने वाले पेशेंट इसे पीने से बचें.
लो ब्लड प्रेशर होने पर
सौंफ का पानी बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है. लेकिन अगर किसी का बीपी पहले से ही कम हो तो ये उसे और कम कर सकता है. इससे उन्हें कमजोरी, चक्कर आना और बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में हाइपोटेंशन वाले लोग सौंफ के पानी का इनटेक न करें. ऐसे लोग इसे पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
सौंफ का पानी पीने का सही तरीका?
किसी भी चीज को खाने का एक सही मात्रा होता है और अगर इसे जरूरत से ज्यादा ले लिया जाए तो इसका साइड-इफेक्ट भी हो सकता है. इसलिए, हमें चीजों की सही मात्रा का ध्यान रखना चाहिए. सौंफ के सेवन का सबसे अच्छा तरीका ये है कि, आप इसको रातभर पानी में भिगोकर रख दें. सुबह इसके पानी को छानकर खाली पेट पीएं. कोई भी स्वास्थ्य समस्या हो, तो इसे शुरू करने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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