
Best Natural Calcium Source: बढ़ती उम्र में हड्डियां कमजोर होना, जोड़ों में दर्द और थकान जैसी समस्याएं बेहद आम हैं. खासकर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद और पुरुषों के उम्रदराज होने पर ये समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं. डॉक्टर अक्सर कैल्शियम की गोलियां लेने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये गोलियां आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं. इंस्टाग्राम अकाउंट @cravekitchen26 पर शेयर एक वीडियो में हैरान करने वाला दावा किया गया है कि अगर आप रोज कैल्शियम की गोली खा रहे हैं, तो आपकी 86% तक आर्टरीज ब्लॉक हो सकती हैं. लेकिन चिंता की बात नहीं, क्योंकि इसी वीडियो में एक सिंपल और देसी उपाय भी बताया गया है, जो बुढ़ापे तक शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होने देगा और हेल्थ भी दुरुस्त रखेगा. आइए जानते हैं क्या है ये देसी उपाय और कितना असरदार.

इंस्टाग्राम वीडियो में क्या है दावा
वीडियो में दावा किया गया है कि 'कैल्शियम की गोलियां खतरनाक हो सकती हैं, जबकि पान में लगने वाला देसी चूना शरीर के लिए सबसे नेचुरल और असरदार कैल्शियम सप्लायर है. अगर आप रोज गेहूं के दाने जितना पनवाड़ी वाला चूना अपने खाने (जैसे दाल, सब्जी या पानी) में मिलाकर लें, तो आपकी बॉडी में कैल्शियम की कमी कभी नहीं होगी. ये बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की हड्डियों को मजबूत, दिल को सेहतमंद और शरीर को एनर्जेटिक बना सकता है. इसे 24 घंटे में सिर्फ एक बार लेना है. 5-6 महीने तक लगातार सेवन करने से असर साफ दिखने लगता है.'
क्या कैल्शियम की गोली हार्ट के लिए नुकसानदायक
मार्केट में मिलने वाली कैल्शियम की गोलियां अक्सर सिंथेटिक कैल्शियम कार्बोनेट से बनाई जाती हैं. रिसर्च बताती है कि जब ये ज्यादा मात्रा में ली जाती हैं, तो शरीर में कैल्शियम का अवशोषण (Absorption) रुक सकता है और आर्टरीज यानी धमनियों में कैल्शियम जमने लगता है, जिससे ब्लॉकेज और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
कैल्शियम टैबलेट्स के साइड इफेक्ट्स
- आर्टरीज ब्लॉकेज
- किडनी स्टोन
- कैल्शियम ओवरलोड
- पाचन से जुड़ी समस्याए
देसी चूना खाने के फायदे

1. दिल की धड़कन मजबूत बनाए
कैल्शियम सप्लीमेंट्स के ज्यादा सेवन से धमनियों (Arteries) में जमाव की आशंका रहती है, जिससे हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं. वहीं, देसी चूना शरीर को उतना ही कैल्शियम देता है, जितनी जरूरत होती है. जिससे दिल मजबूत रहता है और आर्टरी ब्लॉकेज का रिस्क लगभग खत्म हो सकता है.
2. शरीर में बनी रहती है कैल्शियम की भरपूर मात्रा
इस नुस्खे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह शरीर में सस्टेनेबल कैल्शियम प्रोडक्शन को ट्रिगर करता है. बुढ़ापे में जहां आमतौर पर कैल्शियम की कमी से फ्रैक्चर और झुकती हड्डियां होती हैं, इस उपाय से ये परेशानियां नहीं होती हैं.
3. एनर्जी का सोर्स
अगर आप दिनभर सुस्ती, कमजोरी या थकावट महसूस करते हैं, तो देसी चूना आपके शरीर में एनर्जी का नेचुरल बूस्ट ला सकता है. चूने में मौजूद मिनरल्स न सिर्फ हड्डियों को ताकत देते हैं, बल्कि मसल्स, नर्व्स और ब्लड सेल्स को भी एक्टिव रखते हैं. जिससे दिनभर फुर्ती, मानसिक ताजगी और ज्यादा काम करने की क्षमता मिलती है.
4. पीलिया जैसी बीमारियों से लड़ने में मददगार
चूने में डिटॉक्सिफाइंग और लिवर-सपोर्टिव गुण होते हैं, जो पीलिया जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद करते हैं. जिन लोगों को बार-बार पीलिया या पाचन की दिक्कतें होती हैं, उनके लिए ये कमाल का हो सकता है. इसे खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म भी दुरुस्त रहता है, जिससे स्किन, आंखों और बालों पर भी पॉजिटिव असर दिखता है.
5. हर उम्र के लिए फायदेमंद
वीडियो में दावा है कि इस नुस्खे को कोई भी आजमा सकता है. बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है. लेकिन उन्हें सीमित मात्रा में चुना देना चाहिए. जो लोग वर्कआउट करते हैं या फिजिकली एक्टिव रहते हैं, उनके लिए चूना बेहतरीन नेचुरल सप्लीमेंट है, जो मसल्स स्ट्रेंथ और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करता है. वहीं, बुढ़ापे में गिरने पर हड्डी टूटना आम समस्या है. चूने से बोन फ्रैक्चर की आशंका घटती है और शरीर एक्टिव रहता है.
चूना खाते समय रखें ये सावधानियां
- चूना भले ही नेचुरल सोर्स है लेकिन ओवरडोज से शरीर को नुकसान भी हो सकता है.
- ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन या अल्सर हो सकता है.
- चूने की क्वालिटी शुद्ध होनी चाहिए, फूड ग्रेड होना जरूरी है.
- बिना किसी आयुर्वेद एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह के इसे शुरू नहीं करना चाहिए.
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