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मैथ्स और साइंस नहीं बच्चों के लिए ये हैं बेस्ट सब्जेक्ट, स‍िखेंगे तो पूरा माइंड हो जाएगा एक्टिव

Best Subject For Kid’s Mind: बच्चों की मेमरी पावर अच्छी हो उनका दिमाग तेज चले, ये हर पेरेंट की ख्वाहिश होती है. लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है, इसका सही जवाब सबके पास नहीं होता. चलिए हम आपको बताते हैं ऐसा सब्जेक्ट जो उनके दिमाग को तेज बना सकता है.

मैथ्स और साइंस नहीं बच्चों के लिए ये हैं बेस्ट सब्जेक्ट, स‍िखेंगे तो पूरा माइंड हो जाएगा एक्टिव
मैथ्स और साइंस नहीं कर रहे असर? बच्चों का माइंड एक्टिव करना है तो पहले ये सब्जेक्ट कराएं शुरू.

Best Subject for Kid's Mind: अक्सर स्कूलों में मैथ्स, साइंस और पढ़ाई के टेस्ट स्कोर पर बहुत जोर दिया जाता है. लेकिन एक ऐसा विषय है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि इसका बच्चों के दिमाग (How to Sharpen Kid's Mind) पर गहरा असर पड़ता है. ये सब्जेक्ट है म्यूजिक यानी संगीत. हालांकि अमेरिका में 92% बच्चों को म्यूजिक एजुकेशन (Benefits of Learning Music) का टेक्निकली एक्सेस है. फिर भी करीब 36 लाख बच्चों को ये सुविधा नहीं मिलती. रिसर्च और न्यूरोसाइंस साफ दिखाते हैं कि संगीत सीखने से दिमाग का ऐसा विकास होता है जो और किसी एक्टिविटी से नहीं होता. लेकिन बजट की कमी और स्कूलों की प्राथमिकताएं इसे सब्जेक्ट पर ज्यादा ध्यान नहीं देतीं हैं. आइए समझते हैं कि म्यूजिक कैसे बच्चों की सोच को स्मार्ट बनाता है और माता-पिता इसे बच्चों की जिंदगी का हिस्सा कैसे बना सकते हैं.

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म्यूजिक बच्चों के दिमाग को कैसे बेहतर बनाता है?

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जब कोई बच्चा कोई इंस्ट्रूमेंट बजाता है, तो वो सिर्फ धुन नहीं बना रहा होता, बल्कि उसका पूरा दिमाग एक्टिव हो जाता है. सुनना, हाथों को चलाना, याद करना और इमोशन्स महसूस करना. ये सब एक साथ काम करते हैं.
अगर कोई बच्चा मैथ्स का सवाल हल करता है, तो दिमाग का एक हिस्सा एक्टिव होता है. लेकिन जब बच्चा कोई धुन बनाता है या कॉर्ड्स बजाता है, तो पूरा दिमाग आपस में जुड़कर काम करता है. इससे ध्यान केंद्रित करना, दिक्कतों को सुलझाना और दूसरों की भावनाएं समझने जैसे गुण डेवलेप होते हैं.
एक रिसर्च 1996 में आई थी, जिसमें दिखा कि जिन प्री-स्कूली बच्चों को संगीत की ट्रेनिंग दी गई, उनकी सोचने और समझने की कैपेसिटी उन बच्चों से बेहतर थी जिन्हें ये ट्रेनिंग नहीं मिली.
सिर्फ गाने सुनना काफी नहीं है. खुद म्यूजिक बनाना दिमाग को ज्यादा फायदा देता है. फिर भी आज भी स्कूल संगीत को सिर्फ एक्स्ट्रा एक्टिविटी मानते हैं, ना कि पढ़ाई का जरूरी हिस्सा.

घर पर बच्चों में म्यूजिक की दिलचस्पी कैसे बढ़ाएं?

अगर स्कूल में म्यूजिक नहीं सिखाया जा रहा है, तो चिंता की बात नहीं. आप घर पर भी बच्चों में संगीत की रुचि जगा सकते हैं. वो भी बिना किसी दबाव या खर्चे के.

1. छोटे से शुरू करें

महंगा इंस्ट्रूमेंट खरीदने की जरूरत नहीं है. एक छोटा सा 500 रुपये का कीबोर्ड भी बच्चों के लिए मजेदार शुरुआत हो सकता है. उन्हें खुद से सुर खोजने दें. चाहें वो वीडियो गेम की धुन हो, पॉप सॉन्ग हो या कोई मस्ती भरा कोई ट्रेंड हो.

2. म्यूजिक को खेल बनाएं

बच्चों से कहें कि वो किसी गाने की ताल को चम्मच या पेंसिल से दोहराएं, या अपनी दिनभर की कहानी पर मजेदार गाना बना लें. इससे म्यूजिक सीरियस नहीं बल्कि मजेदार एक्टिविटी बनता है.

3. बच्चों की पसंद से जोड़ें

अगर बच्चा खेलों का शौकीन है तो स्टेडियम में बजने वाले गानों पर झूमना पसंद करेगा. अगर कोई कार्टून या वीडियो गेम पसंद है तो उसके गानों पर डांस करने में मजा आएगा.

4. गलती करना नॉर्मल है

बच्चे इसलिए म्यूजिक छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि गलती नहीं होनी चाहिए. पर जब उन्हें दिखाया जाए कि प्रोफेशनल म्यूजिशियन भी कभी-कभी गड़बड़ कर जाते हैं, तो उनका डर कम होता है.

5. म्यूजिक को रूटीन का हिस्सा बनाएं

हर दिन 5-10 मिनट का फैमिली म्यूजिक टाइम रखें. साथ में गाना गाएं, किचन में थाली बजाएं, या वॉक के दौरान आसपास की आवाज और सुर पहचानने की कोशिश करें.

प्रस्‍तुत‍ि: रोह‍ित कुमार 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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