Healthy Tips: आजकल प्रेग्नेंसी सोच-समझकर प्लान की जाती है. यह बेहद जरूरी भी है क्योंकि इससे मां बच्चे के जन्म के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार होती है. इससे ना सिर्फ मां अपनी सेहत का बेहतर तरह से ख्याल रख पाती है बल्कि बच्चे का अच्छा स्वास्थ्य भी सुनिश्चित होता है. लेकिन, बेबी प्लान करने से पहले कुछ और चीजों की प्लानिंग भी जरूरी है. इस बारे में बता रही हैं AIIMS दिल्ली की न्योरोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका सहरावत. डॉ. प्रियंका ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. डॉक्टर का कहना है प्रेग्नेंसी (Pregnancy) प्लान करने से पहले इन 5 बातों का ख्याल रखना जरूरी है.
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बेबी प्लान करने से पहले प्लान करें ये 5 चीजें
अनीमियाअगर आप बेबी प्लान कर रही हैं तो आपको अपने अनीमिया की जांच करवा लेनी चाहिए. अगर हीमोग्लोबिन कम होगा और आपको अनीमिया होगा तो ना सिर्फ आपकी सेहत पर असर पड़ेगा बल्कि आप बच्चे को प्रीमेच्योर बर्थ के खतरे में डालेंगी और साथ ही इससे जन्म के समय बच्चे का वजन जरूरत से ज्यादा कम हो सकता है और अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.
शरीर का वजनदूसरी चीज जिसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है वो है शरीर का वजन. प्रेग्नेंसी के समय 10 से 11 किलो वजन बढ़ने की जरूरत होती है. लेकिन, अगर आप ओवरवेट हैं या फिर आपका BMI 27 या 28 के पार है तो आपका वजन पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान 8 से 9 किलो तक हो सकता है. इसीलिए प्रेग्नेंसी के दौरान अनुकूल BMI होना जरूरी है. अपने खानपान का ख्याल रखें, जीवनशैली की अच्छी आदतें अपनाएं और एक्सरसाइज करें.
ब्लड शुगर, बीपी और थायराइड लेवल्समां बनने से पहले अपने ब्लड शुगर (Blood Sugar), बीपी और थायराइड लेवल्स की जांच करना जरूरी है. प्रेग्नेंसी के दौरान इनमें बदलाव होता है. इसीलिए अपने ब्लड प्रेशर को मॉनीटर करना जरूरी है, अपने ब्लड शुगर लेवल्स को मॉनीटर करना जरूरी है और साथ ही थायराइड लेवल्स की जांच कराना जरूरी है. अगर मां को अगर हाइपोथाइरिस्म की दिक्कत हो तो इससे बच्चे का IQ कम हो सकता है.
फॉलिक एसिडफॉलिक एसिड बेहद जरूरी है. इसकी प्रेग्नेंसी के पहले महीने में ही नहीं बल्कि गर्भधारण से पहले भी जरूरत होती है. ऐसे में फॉलिक एसिड लेवल्स बढ़ाने के लिए हर दिन 5 मिलीग्राम तक फॉलिक एसिड (Folic Acid) का सेवन किया जा सकता है.
कैल्शियमगर्भधारण के दैरान शरीर की कैल्शियम की जरूरत दोगुनी हो जाती है. इसीलिए कैल्शियम का ध्यान रखना जरूरी है. इससे प्रेग्नेंसी के दौरान और पोस्टपार्टम के समय कमर में दर्द की दिक्कत से भी बचा जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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