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स्मार्टनेस में सभी को पीछे छोड़ देगा आपका लाडला, बस पैरेंट्स को करने होंगे ये 5 काम

Smart Kids: पैरेंट्स अगर कुछ छोटी-बड़ी बातों का ध्यान रखें तो बच्चे अपनी उम्र के बाकी बच्चों से कही ज्यादा समझदार बन सकते हैं और भीड़ से अलग नजर आने लगते हैं. जानिए आपके कौनसे काम बच्चे को बना सकते हैं स्मार्ट.

स्मार्टनेस में सभी को पीछे छोड़ देगा आपका लाडला, बस पैरेंट्स को करने होंगे ये 5 काम
How To Make Children Smart: इस तरह समझदार बनेगा बच्चा. 

Parenting Tips: सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा सबसे आगे निकल जाए, सबसे अलग दिखे और स्मार्ट बने. इसके लिए पैरेंट्स बच्चों को लगातार पढ़ने के लिए भी कहते हैं और उसपर थोड़ा बहुत दबाव भी बनाने लगते हैं. लेकिन, सिर्फ किताबी पढ़ाई ही बच्चे को स्मार्ट (Smart Child) नहीं बनाती बल्कि बच्चे का स्ट्रीट स्मार्ट (Street Smart) होना भी बहुत जरूरी है. ऐसे में यहां जानिए ऐसे कौनसे काम हैं जिन्हें अगर पैरेंट्स करें तो बच्चे स्मार्ट बनते हैं. 

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ऐसे बनाएं बच्चे को स्मार्ट 

प्रोब्लम सोल्विंग स्किल पर करें काम 

सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं बल्कि बच्चे की प्रोब्लम सोल्विंग स्किल्स (Problem Solving Skills) पर काम करना भी जरूरी है. इसके लिए बच्चे को पजल्स करने के लिए दें, उसे शतरंज और सुडोकू जैसे ब्रेन गेम्स खेलने के लिए कहें और छोटे-छोटे चैलेंजेस दें जिससे बच्चे की क्रिटिकिल थिंकिंग भी बढ़े. 

बच्चे से कहें पॉजिटिव बातें 

पैरेंट्स की नेगेटिव बातें बच्चे के मनोबल को तोड़ती हैं तो वहीं उनकी पॉजीटिव बातें बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होती हैं. बच्चों से अगर पॉजीटिव बातें की जाएं तो बच्चा मोटिवेट होता है और हर काम को पूरा मन लगाकर भी करता है. 

फिजिकल एक्टिविटी पर भी दें ध्यान 

बच्चे का फिजिकली एक्टिव रहना भी बेहद जरूरी है. इसके लिए बच्चे को एक्सरसाइज करवाई जा सकती है, डांस करवा सकते हैं या स्विमिंग क्लास वगैरह जॉइन करवा सकते हैं. बच्चा एक्टिव रहता है तो उसका ध्यान पढ़ाई (Studies) और दूसरे कामों में भी अच्छे से लगता है. 

बच्चे को खुद लेने दें फैसले 

अपने कुछ फैसले बच्चों को खुद लेने दें. अगर बच्चा हर काम के लिए ही माता-पिता पर निर्भर रहेगा तो अपने लिए जीवन में कभी कोई निर्णय ले ही नहीं सकेगा. इसीलिए बच्चे को उसके खुद के फैसले लेने का मौका दें. चुनाव उसके हाथ में रखें और अगर वह कभी कुछ गलत भी करता है तो अपनी गलती सुधारना भी उसे सिखाएं. 

एक्सप्लोर करने का दें मौका 

बच्चे को सिर्फ उसकी किताबों तक ही सीमित ना रखें. स्कूल से आने के बाद बच्चे का बस उतना ही पढ़ना या सीखना जितना स्कूल में सिखाया जा रहा है काफी नहीं है. आपको उसे हफ्ते में एक बार तो लाइब्रेरी जरूर लेकर जाना चाहिए. इसके अलावा, एजुकेशनल वीडियोज भी दिखा सकते हैं जिससे बच्चे को कुछ नया और इंट्रस्टिंग देखने और सीखने को मिले. 

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