
मध्य प्रदेश के एक रिहाइशी इलाके में भरा पानी
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बाढ़ से लोगों का हाल बेहाल है। भारी बारिश के कारण इधर वाराणसी में भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ चुका है और गुजरात में भी नदियां उफान पर है।
महाराष्ट्र में लगातार बारिश की वजह से कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। नासिक से करीब 200 किलोमीटर दूर नंदूरबार में 4 लोगों की मौत हो गई है। यहां नदियां उफान पर हैं जिससे कई गांवों का शहरों से संपर्क टूट गया है। कई घर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। कई मवेशियों की भी जान बाढ़ के कारण गई है। नासिक में गोदावरी नदी भी उफान पर है। पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भी बारिश से बुरा हाल है। यहां भी जगह-जगह पानी जमा हुआ है। मौसम विभाग ने आज भी कई स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
(महाराष्ट्र का हाल)
मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 22 की मौत
मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 9 लोग लापता है। 60,000 लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। विदिशा में 9 जून से हो रही बारिश के कारण बेतवा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां का ऐतिहासिक गणेश मंदिर भी डूब गया है। इंदौर में भी 48 घंटों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। उज्जैन में क्षिप्रा नदी उफ़ान पर है।
(मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल)
वाराणसी में बढ़ा गंगा नदी का जलस्तर
वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पिछले 3 दिनों में गंगा नदी का पानी करीब 30 फुट तक बढ़ गया है जिससे बनारस के 84 घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है। दशाश्वमेघ घाट पर जहां गंगा आरती होती थी, उसमें 15 फुट ऊपर तक पानी आ गया है। इस कारण गंगा आरती छत पर हो रही है। गंगा नदी में सभी नावों के चलने पर रोक लगा दी गई है। प्रसिद्ध मणिकर्णिका घाट पर दाह संस्कार भी ऊपर हो रहा है।
(गुजरात में नदियां उफान पर)
दक्षिणी गुजरात में भी नदियां उफान पर
दक्षिण गुजरात के कई ज़िलों में 3 दिन से हो रही बारिश से कई नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। हालात यह है कि यहां कई ऊंचे पुलों तक पानी का स्तर पहुंच गया है। भारी बारिश की वजह से वलसाड के कपराडा तहसील के 6 गांवों से संपर्क टूट गया है।
महाराष्ट्र में लगातार बारिश की वजह से कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। नासिक से करीब 200 किलोमीटर दूर नंदूरबार में 4 लोगों की मौत हो गई है। यहां नदियां उफान पर हैं जिससे कई गांवों का शहरों से संपर्क टूट गया है। कई घर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। कई मवेशियों की भी जान बाढ़ के कारण गई है। नासिक में गोदावरी नदी भी उफान पर है। पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भी बारिश से बुरा हाल है। यहां भी जगह-जगह पानी जमा हुआ है। मौसम विभाग ने आज भी कई स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 22 की मौत
मध्य प्रदेश में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 9 लोग लापता है। 60,000 लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। विदिशा में 9 जून से हो रही बारिश के कारण बेतवा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां का ऐतिहासिक गणेश मंदिर भी डूब गया है। इंदौर में भी 48 घंटों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। उज्जैन में क्षिप्रा नदी उफ़ान पर है।

वाराणसी में बढ़ा गंगा नदी का जलस्तर
वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पिछले 3 दिनों में गंगा नदी का पानी करीब 30 फुट तक बढ़ गया है जिससे बनारस के 84 घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है। दशाश्वमेघ घाट पर जहां गंगा आरती होती थी, उसमें 15 फुट ऊपर तक पानी आ गया है। इस कारण गंगा आरती छत पर हो रही है। गंगा नदी में सभी नावों के चलने पर रोक लगा दी गई है। प्रसिद्ध मणिकर्णिका घाट पर दाह संस्कार भी ऊपर हो रहा है।

दक्षिणी गुजरात में भी नदियां उफान पर
दक्षिण गुजरात के कई ज़िलों में 3 दिन से हो रही बारिश से कई नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। हालात यह है कि यहां कई ऊंचे पुलों तक पानी का स्तर पहुंच गया है। भारी बारिश की वजह से वलसाड के कपराडा तहसील के 6 गांवों से संपर्क टूट गया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, वाराणसी, बाढ़, गुजरात, Madhya Pradesh, Maharashtra, Varanasi, Flooding, Gujarat