
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
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खाद्य मंत्री ने मंगलवार को इस बारे में राज्यों को दिशानिर्देश जारी किया.
सही कीमत पर प्याज उपलब्ध करने के लिए स्टॉक सीमा तय करें.
इस साल जुलाई के अंत से ही प्याज की कीमतों में असामान्य वृद्धि हुई है.
इस साल जुलाई के अंत से ही प्याज की कीमतों में असामान्य वृद्धि हुई है जिसके चलते खाद्य मंत्रलय को ये फैसला करना पड़ा है. ये फैसला ऐसे वक्त पर लिया गया है जब इस साल प्याज का उत्पादन और बाजार में इसकी उपलब्धता पिछले वर्ष की तुलना मैं बेहतर है.
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देश में प्याज की औसत खुदरा मूल्य 15/- रु. प्रति किलोग्राम से बढ़कर 28.94/- रु. प्रति किलोग्राम हो गई है. महानगरों में यह बढ़ोतरी और भी अधिक दर्ज़ की गयी है... दिल्ली में 38/- रु. प्रति किलोग्राम, कोलकाता में 40/- रु. प्रति किलोग्राम, चेन्नई में 31/- रु. प्रति किलोग्राम और मुम्बई में 33/- रु. प्रति किलोग्राम तक पहुँच चुकी है.
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सरकार को उम्मीद है की जमाखोरों, सट्टेबाज़ों और मुनाफाखोरों के विरूद्ध राज्य सरकारें अगर गंभीरता से कार्रवाई करती हैं तो इससे कीमतें कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.
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