
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पुणे स्लीपर मॉड्यूल केस में आईएसआईएस से जुड़े रिजवान अली उर्फ अबू सलमा को गिरफ्तार किया है, जिस पर तीन लाख रुपये का इनाम था।
- रिजवान अली ने देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी ठिकानों के लिए जगहों की रेकी की और फायरिंग तथा आईईडी बनाने की ट्रेनिंग ली थी।
- इस मामले में अब तक कुल ग्यारह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनके खिलाफ एनआईए ने विभिन्न गंभीर धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े एक और वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी पुणे स्लीपर मॉड्यूल केस में हुई है. आरोपी का नाम रिजवान अली उर्फ अबू सलमा उर्फ मौला है और उस पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने उसके खिलाफ पहले से गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा था. जांच में सामने आया है कि रिजवान अली आईएसआईएस की भारत विरोधी साजिशों में सक्रिय रूप से शामिल था.
आतंक फैलाने की थी बड़ी साजिश
एनआईए की जांच के मुताबिक, रिज़वान ने देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी ठिकानों के लिए जगहों की रेकी और पहचान की थी. इतना ही नहीं, वह फायरिंग की ट्रेनिंग और IED बनाने की क्लासेज भी लेता था. उसका मकसद देश में आतंक का माहौल फैलाना और सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था.
इस केस में अब तक कुल 11 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें रिजवान अली सबसे ताजा गिरफ्तारी है. इससे पहले गिरफ्तार हुए आरोपियों में शामिल हैं.
अब तक 11 गिरफ्तारियां
- मोहम्मद इमरान खान
- मोहम्मद यूनुस साकी
- अब्दुल कादिर पठान
- सिमाब नासिरुद्दीन काज़ी
- जुल्फिकार अली बरोड़ावाला
- शमिल नाचन
- अकीफ नाचन
- शहनवाज़ आलम
- अब्दुल्ला फैयाज शेख
- तल्हा खान
इन सभी के खिलाफ NIA ने UAPA, आर्म्स एक्ट, एक्सप्लोसिव सब्सटेंस एक्ट और IPC की धाराओं में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
एनआईए की जांच जारी
एनआईए का कहना है कि आईएसआईएस भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करने की साजिश रच रहा था. यह स्लीपर मॉड्यूल उसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा था. एजेंसी अब भी इस केस की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस खतरनाक आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म किया जा सके. आतंक के खिलाफ जंग में NIA का ये एक और बड़ा कदम माना जा रहा है.
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