
- भारतीय सेना ने अमरनाथ यात्रा के सुरक्षित संचालन के लिए ऑपरेशन शिवा शुरू किया है, जिसमें 8,500 से अधिक सैनिक तैनात किए गए हैं.
- ऑपरेशन शिवा के तहत ड्रोन खतरों से निपटने के लिए 50 से अधिक एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं. यात्रियों की लाइव निगरानी के भी इंतजाम किए गए हैं.
- सेना ने मेडिकल सहायता के लिए दो एडवांस ड्रेसिंग स्टेशन, नौ मेडिकल पोस्ट, 100 बेड का अस्पताल और 26 ऑक्सीजन बूथ स्थापित किए हैं.
अमरनाथ यात्रा के सुरक्षित और सुचारु संचालन के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन शिवा की शुरुआत की है. इसके तहत 8,500 से अधिक सैनिकों को अत्याधुनिक उपकरणों के साथ तैनात किया गया है. 50 से अधिक एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं. तीर्थयात्रियों के काफिले पर नजर रखने के लिए हाई रिज़ॉल्यूशन कैमरों और ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है. इस मिशन में भारतीय सेना केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और सिविल प्रशासन के साथ करीबी तालमेल बनाकर काम कर रही है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों से बढ़ते खतरे के मद्देनजर इस ऑपरेशन के उद्देश्य इस बेहद महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान उत्तरी और दक्षिणी मार्गों पर अभेद्य सुरक्षा प्रदान करना है. अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए इस साल 8,500 से अधिक सैनिकों को तैनात किया गया है. इन्हें अत्याधुनिक टेक्निकल और ऑपरेशनल उपकरण प्रदान किए गए हैं.
सेना ने बताया कि संभावित आतंकवादी घटनाओं से निपटने, बीमारियों से बचाने और कॉरिडोर की सुरक्षा के लिए भी उपाय किए गए हैं. नागरिक प्रशासन के अधिकारियों को आपदा प्रबंधन और संभावित इमरजेंसी की स्थिति में व्यापक सहायता प्रदान करने के भी इंतजाम किए गए हैं.
ऑपरेशन शिवा के तहत क्या-क्या इंतजाम?
- ड्रोन से संभावित खतरों को बेअसर करने के लिए 50 से अधिक काउंटर ड्रोन सिस्टम और ईडब्ल्यू सिस्टम लगाए गए हैं.
- मानव रहित विमानों के जरिए नियमित अभियान चलाकर यात्रा मार्गों और पवित्र गुफा की लाइव निगरानी की जा रही है.
- पुल बनाने, रास्ते चौड़े करने और आपदाओं की रोकथाम के लिए सेना ने अपनी इंजीनियर टास्क फोर्स को लगाया है.
- मेडिकल सहायता के लिए दो एडवांस ड्रेसिंग स्टेशन, नौ मेडिकल सहायता पोस्ट और 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है. इनमें 150 से अधिक डॉक्टर और चिकित्साकर्मी सेवाएं दे रहे हैं. इसके साथ ही 26 ऑक्सीजन बूथ बनाए गए हैं, जहां दो लाख लीटर ऑक्सीजन उपलब्ध है.
- बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड भी तैनात किया गया है. बिना रुकावट संचार के लिए सिग्नल कंपनियों और तकनीकी सहायता के लिए इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल इकाइयों को लगाया गया है.
- इतना ही नहीं 25 हजार लोगों के लिए इमरजेंसी राशन की व्यवस्था के साथ क्विक रिएक्शन टीमों, टेंट सिटी, वाटर पॉइंट, बुलडोजर और खुदाई के उपकरणों की व्यवस्था भी की गई है.
- भारतीय सेना के हेलीकॉप्टरों को किसी भी आपात स्थिति के लिए स्टैंडबाई पर रखा गया है
.अमरनाथ यात्रा बिना किसी बाधा के सुरक्षित तरीके से पूरी हो, इसके लिए भारतीय सेना ने एडवांस तकनीक की मदद से मजबूत सिक्योरिटी सिस्टम तैयार किया है. हाई रिज़ॉल्यूशन पीटीजेड कैमरा और ड्रोन वीडियो के जरिए जम्मू और पवित्र गुफा के बीच यात्रियों के काफिलों की लाइव ट्रैकिंग की जा रही है.
किसी भी तरह के खतरे को रोकने और उससे निपटने के लिए श्रद्धालुओं के काफिलों की आवाजाही की रियल टाइम निगरानी हो रही है. पूरे मार्ग पर निर्बाध सुरक्षा के लिए विभिन्न एजेंसियों केस साथ मिलकर काम किया जा रहा है.
भारतीय सेना का कहना है कि ऑपरेशन शिवा इस साल पवित्र अमरनाथ यात्रा करने वाले सभी भक्तों के लिए सुरक्षित, निर्बाध और आध्यात्मिक रूप से परिपूर्ण यात्रा सुनिश्चित करने की भारतीय सेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
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