श्रीहरिकोटा:
भारत ने गुरुवार को अपने संचार उपग्रह जीसैट-6 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया, जो सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान डी6 (जीएसएलवी-डी6) उपग्रह के साथ ने गुरुवार शाम 4.52 बजे उड़ान भरी।
उपग्रह को लेकर एक इंजन वाला जीएसएलवी रॉकेट भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) तक गया, जहां से वह अपने अंतिम भूस्थिर कक्षा में प्रवेश कर जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी को लाने में दो दशक का समय लगा है और इसके विकास पर 400 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
जीसैट-6 भारत का 25वां भू-स्थिर संचार उपग्रह है, जबकि जीसैट श्रेणी में 12वां। जीसैट-6 नौ साल तक काम करेगा। जीसैट-6 इसरो का बनाया 25वां भू-स्थैतिक संचार उपग्रह है। जीसैट सीरीज का यह 12वां उपग्रह है।