
देश की राजधानी दिल्ली दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर हो गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. केजरीवाल ने कहा, 'पहले दिल्ली दुनिया का पहला या दूसरा प्रदूषित शहर होता था. जो काला धब्बा लगा हुआ था, वो मिट चुका है. अब दिल्ली दुनिया के 10 प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर हो गई है.' सीएम ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य हैं कि दुनिया के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में नाम आना चाहिए. इसके लिए हमें काम करना है.
23% हो गया है ट्री कवर
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, '2011 में 20% ट्री कवर होता था. ये बढ़कर आज 23% हो गया. आपको लगेगा 3% तो कम है, लेकिन आप इसको ऐसे देखिए... दुनिया के बड़े शहरों के विकास के कारण पेड़ काटे जा रहे हैं. दिल्ली में एक पेड़ काटने की जगह 10 पेड़ लगाए जा रहे हैं. 80% जो पौधे लगाए जाते हैं वो जीवित हैं. यही कारण है कि ये डेटा 23% हो गया है.'
342 स्क्वॉयर किलोमीटर एरिया में हैं पेड़
उन्होंने कहा कि 2015 में 299 स्क्वॉयर किलोमीटर एरिया में पेड़ थे, लेकिन ये अब 342 स्क्वॉयर किलोमीटर एरिया हो गया है. हमने 42 लाख पौधे लगाने का टारगेट रखा था. इसको बढ़ाकर हमने 52 लाख पौधे कर दिया है. आप की सरकार बनने के बाद 30% प्रदूषण कम हुआ है. आने वाले समय में हम सड़कों पर धूल-मिट्टी खत्म करने जा रहे हैं. रोजाना सड़कों की धुलाई का इंतज़ाम किया जाएगा.
क्या कहते हैं आंकड़े?
13 फरवरी को दर्ज आंकड़ों के अनुसार लंबे समय के बाद दिल्ली दुनिया की 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर थी. जिसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने दिल्ली वालों के सतत प्रयासों की तारीफ के बहाने अपनी पीठ भी थपथपाई थी. लेकिन उसके बाद दो दिनों के अंदर ही दिल्ली एक बार फिर से दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गई और वो भी दूसरे नंबर पर. हालांकि, अब दिल्ली फिर से प्रदूषित शहरों की लिस्ट से बाहर हो गई है.
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