
प्रतीकात्मक इमेज
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
नामांकन के दौरान TMC-BJP कार्यकर्ताओं में झड़प
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान हुई झड़प
6 पुलिसकर्मी घायल
यह भी पढ़ें: पंचायत चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस और BJP कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, कई लोग घायल
भाजपा, माकपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बैरूपुर, डायमंड हार्बर और भांगर सभी दक्षिण 24 परगना जिले में हमला किया.बैरूपुर में एक महिला उम्मीदवार की पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के दौरान पिटायी की गई. एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि महिला पर हमले के लिए पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और उस्ती में घटना के सिलसिले में सात अन्य को हिरासत में लिया गया है. जिला पुलिस सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प रोकने का प्रयास करने के दौरान छह पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि एक पुलिसकर्मी को बांए हाथ में गोली लगी है. भाजपा ने आरोप लगाया कि उसके पार्टी कार्यकर्ताओं पर तृणमूल के ‘‘सशस्त्र गुंडों’’ ने तब हमला किया जब वे नामांकन करने जा रहे थे.जिला पंचायत एवं ग्रामीण विकास के एक अधिकारी ने कहा कि बीरभूम जिले में जिला परिषद में तृणमूल कांग्रेस ने 42 में से 41 सीटें निर्विरोध जीत ली. उन्होंने कहा कि केवल राजनगर सीट पर चुनाव होगा जहां भाजपा ने नामांकन पत्र दाखिल किया है.
यह भी पढ़ें: मायावती और ममता बनर्जी का मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा
घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस बीरभूम को बाहुबलियों और पुलिस की मदद से विपक्ष विहीन बनाने में सफल रही. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा राज्य पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है. हमारी महिला उम्मीदवारों को भी पीटा गया और हमारी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया.’’ तृणमूल कांग्रेस सचिव पार्थ चटर्जी ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विपक्षी दलों के पास पंचायत चुनाव लड़ने के लिए संगठन नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘जहां भी उनके पास चुनाव लड़ने के लिए लोग नहीं है वे हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं.’’ चटर्जी ने विपक्षी दलों पर राज्य को अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा लोगों को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि अदालत जाकर विपक्षी दल राज्य निर्वाचन आयोग पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं. चटर्जी ने दिन में राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात की और कहा कि आयोग को किसी दबाव में झुकना नहीं चाहिए. एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) ने कहा कि अगले महीने तीन स्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान सशस्त्र पुलिस को तैनात किया जाएगा.
VIDEO: बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष और मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ‘‘सक्रिय भूमिका’’ निभा रही है. उन्होंने कल से 2000 ऐहितयाती गिरफ्तारियां की गई हैं और विशिष्ट मामलों में 256 को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में अलग अलग स्थानों से दो बम और दस हथियार बरामद किये गए.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं