
- अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट में बताया गया कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन बंद हो गए थे.
- रिपोर्ट में कहा गया कि फ्यूल कटऑफ स्विच अचानक ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ स्थिति में चले गए, जिससे दोनों इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया.
- अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में कुल 270 लोगों की मौत हुई, जिसमें 241 यात्री और हॉस्टल की इमारत में मौजूद छात्र शामिल थे.
अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें सामने आई है. इस रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन हवा में ही बंद हो गए थे. यह रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान में ईंधन आपूर्ति को नियंत्रित करने वाले फ्यूल कटऑफ स्विच एक के बाद एक सेकंड के अंदर ‘RUN' से ‘CUTOFF' की स्थिति में चले गए. इसके कारण दोनों इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया और वे बंद हो गए.
बता दें कि इस विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई थी. विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत से टकराया था, जिसके चलते हॉस्टल के छात्रों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए थे.कुल मिलाकर हादसे में 270 लोगों की जानें गई थीं. रिपोर्ट के बाद एयर इंडिया का भी बयान सामने आया है. पहले जानते हैं कि रिपोर्ट में क्या कुछ निकला है.
'इंजन किसने बंद किया', पायलट थे कन्फ्यूज!
रिपोर्ट के मुताबिक, जब दोनों इंजन बंद हुए, तब कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में एक पायलट को यह कहते सुना गया – 'तुमने इंजन क्यों बंद किया?' जिस पर दूसरा पायलट जवाब देता है – 'मैंने नहीं किया.'
यानी इंजन बंद करने का निर्णय जानबूझकर नहीं लिया गया, बल्कि ये अचानक और अनजाने में हुआ. अब जांच का सबसे अहम हिस्सा यही होगा कि आखिर फ्यूल कटऑफ स्विच अपने आप ‘CUTOFF' मोड में कैसे चले गए, जिससे इंजन को ईंधन मिलना बंद हो गया.

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क्या इंजन की ताकत खत्म हो गई थी?
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि हादसे के वीडियो फुटेज में राम एयर टरबाइन (RAT) का निकलना साफ दिखता है. यह तब ही होता है जब विमान में पूरी तरह से बिजली और इंजन की ताकत खत्म हो जाती है. इसका मतलब है कि विमान को उड़ाने के लिए जरूरी सभी ताकतें खत्म हो चुकी थीं.

रिपोर्ट में और क्या कुछ सामने आया?
रिपोर्ट के मुताबिक, एयरपोर्ट से मिली सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि टेकऑफ के तुरंत बाद जब विमान ने ऊंचाई पकड़नी शुरू की, उसी दौरान राम एयर टरबाइन (RAT) सक्रिय हो गया. उड़ान के रास्ते में कहीं भी पक्षियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी नहीं देखी गई. विमान ने एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल पार करने से पहले ही ऊंचाई खोनी शुरू कर दी थी.
'इंजन-1 रिकवर हुआ, लेकिन दूसरा...'
ब्लैक बॉक्स यानी एन्हांस्ड एयरबोर्न फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) के डेटा से पता चला कि दोनों फ्यूल स्विच को दोबारा ‘RUN' पोजिशन पर लाया गया. इसमें इंजन 1 तो थोड़ा रिकवर करने लगा, लेकिन इंजन 2 दोबारा सामान्य नहीं हो पाया.
रिपोर्ट में AAIB ने बताया, 'इंजन 1 की कोर स्पीड में गिरावट रुक गई, उलट गई और सुधार की ओर बढ़ने लगी. इंजन 2 फिर से चलने में सक्षम रहा, लेकिन अपनी कोर स्पीड की गिरावट को रोक नहीं पाया और बार-बार ईंधन देकर स्पीड में तेजी और सुधार की कोशिश करता रहा.
फ्लैप सेटिंग सामान्य, 32 सेकंड में हादसा
रिपोर्ट में बताया गया है कि एयर इंडिया का यह विमान सिर्फ 32 सेकंड तक ही हवा में रहा और हादसे से पहले केवल 0.9 नॉटिकल मील (लगभग 1.6 किलोमीटर) की दूरी तय कर सका. दोपहर 1:39 बजे यह विमान एयरपोर्ट के पास स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि क्रैश के बाद थ्रस्ट लीवर (जो इंजन की ताकत को नियंत्रित करता है) आईडल पोजिशन के पास पाए गए, लेकिन ब्लैक बॉक्स के डेटा से पता चला कि टकराव के वक्त तक ये लीवर फॉरवर्ड पोजिशन में ही थे. दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच भी उस समय RUN मोड में थे.
साजिश के कोई संकेत नहीं
जांच में एक बड़ा संदेह भी अब दूर हो गया है. रिपोर्ट में साफ किया गया है कि टेकऑफ के समय फ्लैप की सेटिंग (5 डिग्री पर) और लैंडिंग गियर लीवर की स्थिति (नीचे) बिलकुल सामान्य और मानक के अनुसार थी. AAIB) ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में विमान में किसी तरह की साजिश या तोड़फोड़ के कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं.

नजरअंदाज की गई पुरानी चेतावनी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी (FAA) ने दिसंबर 2018 में फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर एक चेतावनी जारी की थी. FAA ने कहा था कि कुछ बोइंग 737 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर को निष्क्रिय स्थिति में पाया गया था. हालांकि FAA ने इसे इतना गंभीर नहीं माना कि इस पर अनिवार्य तकनीकी निर्देश (AD) जारी किया जाए.
एयर इंडिया ने जांच नहीं कराई
FAA की यह चेतावनी सिर्फ सलाह के रूप में थी, इसलिए एयर इंडिया ने इससे जुड़ी कोई जांच नहीं कराई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, VT-ANB विमान में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन इसका फ्यूल कंट्रोल स्विच से कोई संबंध नहीं था. 2023 से अब तक इस स्विच में किसी तरह की खराबी की कोई रिपोर्ट नहीं थी. यानि फिलहाल रिपोर्ट में कोई तकनीकी खामी या तोड़फोड़ की ठोस वजह सामने नहीं आई है, लेकिन जांच अभी जारी है.
ये शुरुआती रिपोर्ट, विस्तृत जांच जारी
AAIB की ये जांच रिपोर्ट शुक्रवार-शनिवार की दरमयानी रात 1 बजे के बाद पब्लिक की गई. अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में AAIB की ये शुरुआती रिपोर्ट है, लेकिन इससे ये स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि इंजन बंद होने की वजह तकनीकी खामी या सिस्टम में गड़बड़ी हो सकती है. बताया गया है कि इस मामले की विस्तृत जांच जारी है.
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट पर एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया ने AI171 विमान हादसे में जान गंवाने वालों और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है. कंपनी ने कहा, 'हम इस दुख की घड़ी में पूरी तरह परिवारों के साथ हैं और हरसंभव मदद कर रहे हैं.' एयर इंडिया ने आज 12 जुलाई 2025 को जारी की गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट की पुष्टि की है. साथ ही बताया कि वो नियामकों और अन्य एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में है. एयरलाइंस ने कहा कि हादसे की जांच अभी चल रही है, इसलिए वह फिलहाल किसी भी तकनीकी विवरण पर टिप्पणी नहीं करेगी.
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