फाइल फोटो
नई दिल्ली:
राजीव महर्षि भारत सरकार के नए गृह सचिव बनाए गए हैं। उन्होंने एलसी गोयल की जगह ली है, लेकिन ये रूटीन मामला नहीं है। इस बदलाव में भी गृह मंत्रालय की नाकामी और केंद्र सरकार के भीतर की खींचतान चर्चा में है।
राजीव महर्षि के विदाई समारोह की हो गई थी तैयारी
1978 बैच के आईएएस राजीव महर्षि सोमवार को ही रिटायर होने वाले थे- उनके सहयोगियों ने तो उनका विदाई समारोह तय कर रखा था। लेकिन अचानक सरकार ने उन्हें दो साल के लिए गृह सचिव बना दिया। इसके पहले शनिवार को पिछले गृह सचिव एलसी गोयल ने इस्तीफा दे दिया है जिसे सरकार ने मंजूर भी कर लिया है। साथ सरकार ने इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) का सीएमडी बना दिया है। असल में असली खबर यहीं से शुरू होती है।
गोयल से नाखुश थे पीएम मोदी
बताया जा रहा है कि गोयल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली नाखुश थे। एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व गृह सचिव के कई फैसलों से वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री नाखुश रहे हैं।
इन मुद्दों से नाराज हुआ पीएम कार्यालय
बड़ा मुद्दा सन टीवी का है जिसके 37 चैनलों को गृह मंत्रालय ने हरी झंडी देने से इनकार कर दिया था- वजह सन टीवी के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग और भ्रष्टाचार से जुड़े तीन मामलों में चल रही जांच बताई थी। वित्तमंत्री ने फाइल पर लिखा कि ये फैसला बदला जाना चाहिए। यही नहीं, नगा समझौते पर भी पूर्व गृह सचिव के रुख से पीएमओ नाखुश था और तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में गृह सचिव ने तत्काल कार्रवाई की जरूरत से इनकार किया था।
नए गृहसचिव की नियुक्ति पर नहीं की गई राजनाथ से बात
सूत्र यहां तक बता रहे हैं कि नई नियुक्ति को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से ही मशविरा नहीं किया गया। यानी एलसी गोयल को हटाने के फैसले में कहीं न कहीं गृह मंत्री पर भी निशाना साधा गया है। इस फैसले के बाद लोगों को अचानक गृह मंत्री और वित्त मंत्री की पुरानी असहमतियां याद आ सकती हैं।
राजीव महर्षि के विदाई समारोह की हो गई थी तैयारी
1978 बैच के आईएएस राजीव महर्षि सोमवार को ही रिटायर होने वाले थे- उनके सहयोगियों ने तो उनका विदाई समारोह तय कर रखा था। लेकिन अचानक सरकार ने उन्हें दो साल के लिए गृह सचिव बना दिया। इसके पहले शनिवार को पिछले गृह सचिव एलसी गोयल ने इस्तीफा दे दिया है जिसे सरकार ने मंजूर भी कर लिया है। साथ सरकार ने इंडियन ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) का सीएमडी बना दिया है। असल में असली खबर यहीं से शुरू होती है।
गोयल से नाखुश थे पीएम मोदी
बताया जा रहा है कि गोयल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली नाखुश थे। एनडीटीवी इंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व गृह सचिव के कई फैसलों से वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री नाखुश रहे हैं।
इन मुद्दों से नाराज हुआ पीएम कार्यालय
बड़ा मुद्दा सन टीवी का है जिसके 37 चैनलों को गृह मंत्रालय ने हरी झंडी देने से इनकार कर दिया था- वजह सन टीवी के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग और भ्रष्टाचार से जुड़े तीन मामलों में चल रही जांच बताई थी। वित्तमंत्री ने फाइल पर लिखा कि ये फैसला बदला जाना चाहिए। यही नहीं, नगा समझौते पर भी पूर्व गृह सचिव के रुख से पीएमओ नाखुश था और तीस्ता सीतलवाड़ के मामले में गृह सचिव ने तत्काल कार्रवाई की जरूरत से इनकार किया था।
नए गृहसचिव की नियुक्ति पर नहीं की गई राजनाथ से बात
सूत्र यहां तक बता रहे हैं कि नई नियुक्ति को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से ही मशविरा नहीं किया गया। यानी एलसी गोयल को हटाने के फैसले में कहीं न कहीं गृह मंत्री पर भी निशाना साधा गया है। इस फैसले के बाद लोगों को अचानक गृह मंत्री और वित्त मंत्री की पुरानी असहमतियां याद आ सकती हैं।
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