
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज सत्रहवीं लोकसभा के गठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए सभी विभागों की बैठक बुलाई है. इसमें नई लोकसभा के सदस्यों के दिल्ली आने, रहने तथा संसद भवन में उनके आने-जाने की व्यवस्था आदि शामिल है. सुमित्रा महाजन ने 6 जून 2014 को स्पीकर का पद संभाला था और अब जून के पहले सप्ताह में संभावित सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र तक वे पूरी तत्परता से जुटी हुई हैं. महाजन सत्रहवीं लोक सभा में नहीं रहेंगी. बीजेपी ने उन्हें इस बार इंदौर से टिकट नहीं दिया है. ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी उम्र 75 साल से अधिक हो गई है. महाजन आठ बार इंदौर लोकसभा सीट से जीती हैं. संयोग है कि महाजन पिछले बीस साल में लगातार चौथी स्पीकर हैं जो दोबारा सदन में नहीं आ रही हैं. इससे पहले मीरा कुमार, सोमनाथ चटर्जी और मनोहर जोशी भी दोबारा सदन में नहीं आ सके थे.
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गौरतलब है कि सत्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र जून के पहले सप्ताह में होगा. इसमें प्रोटेम स्पीकर सांसदों को शपथ दिलाएंगे और फिर नए स्पीकर का चुनाव होगा. इसके बाद नए प्रधानमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों का परिचय कराएंगे. सोलहवीं लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है.
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आने वाले नए सदस्यों के लिए एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी. सरकारी होटलों में उनके रुकने का इंतज़ाम होगा. संसद भवन में सुरक्षा नियमों की उन्हें जानकारी दी जाएगी. केंद्रीय कक्ष की सफाई भी इन दिनों जोर-शोर से चल रही है. वहां बीजेपी और कांग्रेस जैसे बड़ों दलों के संसदीय दलों की पहली बैठक होती आई है. पिछली बार बीजेपी संसदीय दल की बैठक यहीं हुई थी. साल 2004 में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक भी सेंट्रल हॉल में ही रखी गई थी जिसमें सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद संभालने से इनकार किया था.
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