कोरोना वायरस के खिलाफ सार्क देशों के साथ होने वाली वीडियो कांफ्रेंस से पहले पीएम मोदी ने कहा है, 'हमारे एक साथ आने से प्रभावकारी परिणाम सामने आएंगे.' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार की जा रही है. बता दें, विश्व भर में कोरोना से अब तक 5,000 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं. वहीं 1.3 लाख लोग इस संक्रमित बताए जा रहे हैं. सार्क देशों में बीच होने वाली इस वीडियो कांफ्रेंस से दो दिन पहले पीएम मोदी ने कहा था कि इस वायरस के लड़ने के लिए सभी सार्क देशों को एक साथ आना चाहिए. पीएम मोदी ने शनिवार रात को किए गए ट्वीट में कहा था, 'एक स्वस्थ ग्रह के लिए समय पर कार्रवाई. कल (रविवार) शाम 5 बजे सार्क देशों के नेता कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से COVID-19 नॉवेल कोरोना वायरस की चुनौती से लड़ने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा करेंगे.' पीएम ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि हमारे एक साथ आने से प्रभावी परिणाम प्राप्त होंगे और हमारे नागरिकों को लाभ होगा.'
बता दें, भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका सार्क (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) के सदस्य हैं. शुक्रवार को पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा था कि पड़ोसी देशों के नेताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बीमारी से लड़ने के लिए चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं प्रस्ताव करना चाहूंगा कि सार्क देशों के नेतृत्व ने कोरोनो वायरस से लड़ने के लिए एक मजबूत रणनीति बनाई है. हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नागरिकों स्वस्थ रखने के तरीकों पर चर्चा कर सकते हैं.'
Timely action for a healthier planet.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 14, 2020
Tomorrow at 5 PM, leaders of SAARC nations will discuss, via conferencing, a roadmap to fight the challenge of COVID-19 Novel Coronavirus.
I am confident that our coming together will lead to effective outcomes and benefit our citizens.
अपने दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा था, 'जनसंख्या के हिसाब से सबसे महत्वपूर्ण दक्षिण एशियाई देशों को यह सुनिश्चित करने में कि लोग स्वस्थ हैं कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए.' पीएम के इस ट्वीट के बाद सार्क अन्य देशों से साकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी. पाकिस्तान के विदेश मामलों के प्रवक्ता ने शनिवार को ट्वीट करते हुए बताया था कि उनका देश वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर समन्वित प्रयासों में सहयोग करने को तैयार है. सार्क देशों के बीच होने वाली इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य विभाग के विशेष सहायक भाग लेंगे. वहीं भूटान के प्रधानमंत्री और श्रीलंका के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को उनकी इस पहल के लिए धन्यवाद दिया.
The threat of #COVID-19 requires coordinated efforts at global and regional level. We have communicated that SAPM on Health will be available to participate in the video conference of #SAARC member countries on the issue.
— Spokesperson ???????? MoFA (@ForeignOfficePk) March 13, 2020
भारत में कोरोना के अब तक 84 मामले, 2 की मौत, 10 ठीक
सार्क देशों के बीच होने वाली इस वीडियो कांफ्रेंस को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'बेहतरी के लिए साथ आओ! 15 मार्च, 1700 IST। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस क्षेत्र में COVID-19 से लड़ने के लिए एक मजबूत आम रणनीति बनाने के लिए सभी सार्क सदस्य देशों के वीडियो कांफ्रेंस कॉल पर भारत का नेतृत्व करेंगे.' बता दें, भारत में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित 90 लोगों की पुष्टि हो चुकी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, सार्क देशों में अभी तक कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 126 हैं, जिनमें पाकिस्तान के 20 मामले भी शामिल हैं. वहीं भारत में अभी तक कोरोना से दो मौते हुई हैं. देश में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने कई उपायों की घोषणा की है.
पीएम मोदी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सार्क देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में होंगे शामिल
Coming together for common good!
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) March 14, 2020
15 March, 1700 IST
PM @narendramodi will lead India at the video conference of all SAARC member countries, to chalk out a strong common strategy to fight COVID-19 in the region. pic.twitter.com/Qa0kL9CqcI
इसमें अंतरराष्ट्रीय यातायात के लिए 18 में से 37 सीमा चौकियों को बंद करना और सभी मौजूदा वीजा को निलंबित करना शामिल है. संयुक्त राष्ट्र और राजनयिक जैसे संबंधित लोगों को छोड़कर बाकी सभी प्रकार के वीजा को 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही विभिन्न राज्यों ने अपने यहां मॉल, सिनेमा, थियेटर जैसे सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने की घोषणा की है. वहीं प्रमुख आईटी संस्थान इन्फोसिस ने शनिवार को घोषणा की कि वह कोरोना से बचाव के लिए अपने बेंगलुरु कार्यालय को अस्थायी रूप से बंद कर रहा है.
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