राष्ट्रीय कैडेट कोर यानी एनसीसी तेज़ी से पाकिस्तान और चीन से सटी सीमा और तटवर्ती क्षेत्रों से भर्तियां करने में जुटा है। एनसीसी के दिल्ली में गणतंत्र दिवस शिविर के उद्घाटन के मौके पर महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने यह बात कही।
चक्रवर्ती ने कहा है कि एनसीसी में पाकिस्तान और चीन से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों, सामुद्रिक सीमा और वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों से छात्रों को लेने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
एनसीसी में फिलहाल तेरह लाख अस्सी हज़ार कैडेट्स हैं और पांच चरणों में उसकी क्षमता बढ़ाई जा रही है। हर चरण में क़रीब चालीस हज़ार कैडेट्स को एनसीसी में शामिल किए जाने की योजना पर काम चल रहा है।
शीत सत्र के दौरान संसद में एक सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी कहा था कि सीमावर्ती राज्यों में एनसीसी को अनिवार्य बनाने पर सोच-विचार हो रहा है।
पर्रिकर ने लोकसभा में कहा था कि सरकार राष्ट्रीय कैडेट कोर के ज़रिये देश में सीमित तौर पर सैन्य शिक्षा को अनिवार्य बनाने की संभावनाएं तलाश रही है, हालांकि यह बुनियादी ढांचे की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।
सेना में भर्ती होने वालों में एनसीसी कैडेट्स की हिस्सेदारी दस से बारह फीसदी की है। एनसीसी कैडेट्स में लड़कियां छब्बीस प्रतिशत हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने यह भी बताया कि एनसीसी ने स्वच्छ भारत अभियान को इस साल केंद्रीय थीम के तौर पर चुना है। उन्होंने कहा कि देशभर के एनसीसी निदेशालयों के अंतर्गत नब्बे हज़ार कैडेट्स स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा ले चुके हैं और यह काम आगे भी जारी रहेगा।
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