मुंबई:
मुंबई की सड़कों पर ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या है। 10 मिनट की दूरी तय करने में कभी-कभी आधे घंटे से भी अधिक का वक्त लग जाता है। लेकिन अब शायद आपको उतना वक्त ना लगे क्योंकि मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने एक ऐसी हेल्पलाईन की शुरुआत की है जो आपको वैकल्पिक रास्ता बता कर आपकी मुश्किल को आसान कर सकती है। इसके लिए आपको बस 8454-999-999 नंबर पर एक कॉल करना है।
देश में अपनी तरह की अनोखी इस ट्रैफिक इन्फो और हेल्पलाईन की शुरुआत 10 नवंबर को अभिनेता ऋतिक रोशन ने की और ट्रैफिक जाम का अपना बुरा अनुभव बताते हुए हेल्पलाईन से मदद मिलने का भरोसा जताया। ऋतिक रोशन ने बताया कि ट्रैफिक को लेकर उनकी अपने ड्राईवर से नोंक झोंक होती रहती है। आगे ट्रैफिक जाम देखकर वो अगर अंदाजे से कोई दूसरा रास्ता लेता है और वहां भी ट्रैफिक जाम मिलता है तो मेरी डांट खाता है। अगर मैं उसे रास्ता बदलने को कहता हूं और उसपर जाम मिलता है तो मैं बुरा बनता हूं। लेकिन अब अंदाजे से नहीं, सही जानकारी हमारे पास होगी।
मुंबई ट्रैफिक पुलिस के सयुंक्त आयुक्त मिलिंद भाराम्बे ने दावा किया कि इस हेल्पलाईन से सिर्फ शहर कि ट्रैफिक की ताजा जानकरी ही नहीं मिलेगी। आप चाहें तो ट्रैफिक से जुड़ी शिकायत भी कर सकते हैं। कहीं जाना हो तो रास्ता भी पूछ सकते हैं और अगर आपकी कार टो हो गई है तो कहां और किस चौकी पर जाना है ये जानकारी भी मिलेगी।
इसके लिए वर्ली में ट्रैफिक पुलिस के मुख्यालय में बाकायदा एक कॉल सेंटर बनाया गया है। जहां फ़िलहाल 10 महिला पुलिसकर्मी 24 घंटे फ़ोन पर उपलब्ध रहेंगी। ये कॉल सेंटर दरअसल रिडलर नाम के एक एप्लीकेशन से जुड़ा है। रिडलर के बेंसन डेन्थी के मुताबिक ऐप शहर की टैक्सियों से जुड़ा है। टैक्सियों की गति से कंप्यूटर स्क्रीन पर अलग-अलग रंग उभरते हैं। जिससे पता चलता है कि वहां ट्रैफिक ज्यादा है या कम।
मुंबई ट्रैफिक हेल्पलाईन की खासियत है कि इससे फ़ोन कॉल के अलावा व्हाट्सऐप, ईमेल और एसएमएस के जरिये भी जानकारी ली और दी जा सकती है।
देश में अपनी तरह की अनोखी इस ट्रैफिक इन्फो और हेल्पलाईन की शुरुआत 10 नवंबर को अभिनेता ऋतिक रोशन ने की और ट्रैफिक जाम का अपना बुरा अनुभव बताते हुए हेल्पलाईन से मदद मिलने का भरोसा जताया। ऋतिक रोशन ने बताया कि ट्रैफिक को लेकर उनकी अपने ड्राईवर से नोंक झोंक होती रहती है। आगे ट्रैफिक जाम देखकर वो अगर अंदाजे से कोई दूसरा रास्ता लेता है और वहां भी ट्रैफिक जाम मिलता है तो मेरी डांट खाता है। अगर मैं उसे रास्ता बदलने को कहता हूं और उसपर जाम मिलता है तो मैं बुरा बनता हूं। लेकिन अब अंदाजे से नहीं, सही जानकारी हमारे पास होगी।
मुंबई ट्रैफिक पुलिस के सयुंक्त आयुक्त मिलिंद भाराम्बे ने दावा किया कि इस हेल्पलाईन से सिर्फ शहर कि ट्रैफिक की ताजा जानकरी ही नहीं मिलेगी। आप चाहें तो ट्रैफिक से जुड़ी शिकायत भी कर सकते हैं। कहीं जाना हो तो रास्ता भी पूछ सकते हैं और अगर आपकी कार टो हो गई है तो कहां और किस चौकी पर जाना है ये जानकारी भी मिलेगी।
इसके लिए वर्ली में ट्रैफिक पुलिस के मुख्यालय में बाकायदा एक कॉल सेंटर बनाया गया है। जहां फ़िलहाल 10 महिला पुलिसकर्मी 24 घंटे फ़ोन पर उपलब्ध रहेंगी। ये कॉल सेंटर दरअसल रिडलर नाम के एक एप्लीकेशन से जुड़ा है। रिडलर के बेंसन डेन्थी के मुताबिक ऐप शहर की टैक्सियों से जुड़ा है। टैक्सियों की गति से कंप्यूटर स्क्रीन पर अलग-अलग रंग उभरते हैं। जिससे पता चलता है कि वहां ट्रैफिक ज्यादा है या कम।
मुंबई ट्रैफिक हेल्पलाईन की खासियत है कि इससे फ़ोन कॉल के अलावा व्हाट्सऐप, ईमेल और एसएमएस के जरिये भी जानकारी ली और दी जा सकती है।
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