भुवनेश्वर:
नक्सलियों ने ओडिशा के कंधमाल जिले में इटली के दो पुरुष पर्यटकों को अगवा कर लिया है। पर्यटकों की रिहाई के लिए नक्सल विरोधी अभियान रोकने व नक्सलियों के साथ बातचीत करने की सरकार से मांग की गई है। राज्य में नक्सलियों द्वारा विदेशी पर्यटकों के अपहरण की सम्भवत: यह पहली घटना है।
राज्य के गृह सचिव यूएन बेहरा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया, "नक्सलियों ने इटली के दो पर्यटकों को अगवा कर लिया है। यह घटना शनिवार को घटी।"
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रविवार को स्थिति की समीक्षा की और इटली के दोनों नागरिकों को रिहा करने तथा सरकार के साथ बातचीत करने की नक्सलियों से अपील की।
पटनायक ने इस घटना को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि पर्यटकों को मानवीय आधार पर रिहा कर दिया जाना चाहिए। पटनायक स्थिति से निपटने के लिए रविवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ एक और बैठक कर सकते हैं।
नक्सलियों ने रविवार तड़के एक स्थानीय पत्रकार को भेजे एक आडियो संदेश में कहा है कि पर्यटकों को गंजाम और साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील कंधमाल जिले की सीमा पर अगवा किया गया।
खुद को सब्यसाची पंडा बताने वाले एक नक्सली ने कहा, "हमने इटली के दो पर्यटकों को बंधक बना रखा है।" उसने कहा कि पर्यटकों को तभी रिहा किया जाएगा, जब सरकार नक्सल विरोधी अभियानों को रोकर नक्सलियों के साथ बातचीत शुरू करेगी।
नक्सली नेता ने बगैर किसी स्पष्ट विवरण के कहा है, "यदि सरकार उन्हें (पर्यटकों को) मुक्त कराना चाहती है, तो उसे तलाशी अभियान रोक देने चाहिए। हम यह भी चाहते हैं कि सरकार 13 सूत्री मांगों को पूरा करे।"
कंधमाल जिले के कलेक्टर राजेश प्रभाकर पाटील ने कहा कि पर्यटकों को जिले के दारिंगबादी इलाके से अगवा किया गया।
एक स्थानीय टीवी चैनल की रपट के अनुसार, दोनों पर्यटक पुरुष हैं और नक्सलियों ने उन्हें उस समय अगवा कर लिया, जब वे जंगल में घूम रहे थे और कुछ जनजातीय महिलाओं के छायाचित्र उतार रहे थे।
ज्ञात हो कि राज्य के आधे से अधिक, 30 जिलों में नक्सली सक्रिय हैं, और कंधमाल जिला नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।
राज्य के गृह सचिव यूएन बेहरा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया, "नक्सलियों ने इटली के दो पर्यटकों को अगवा कर लिया है। यह घटना शनिवार को घटी।"
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रविवार को स्थिति की समीक्षा की और इटली के दोनों नागरिकों को रिहा करने तथा सरकार के साथ बातचीत करने की नक्सलियों से अपील की।
पटनायक ने इस घटना को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि पर्यटकों को मानवीय आधार पर रिहा कर दिया जाना चाहिए। पटनायक स्थिति से निपटने के लिए रविवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ एक और बैठक कर सकते हैं।
नक्सलियों ने रविवार तड़के एक स्थानीय पत्रकार को भेजे एक आडियो संदेश में कहा है कि पर्यटकों को गंजाम और साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील कंधमाल जिले की सीमा पर अगवा किया गया।
खुद को सब्यसाची पंडा बताने वाले एक नक्सली ने कहा, "हमने इटली के दो पर्यटकों को बंधक बना रखा है।" उसने कहा कि पर्यटकों को तभी रिहा किया जाएगा, जब सरकार नक्सल विरोधी अभियानों को रोकर नक्सलियों के साथ बातचीत शुरू करेगी।
नक्सली नेता ने बगैर किसी स्पष्ट विवरण के कहा है, "यदि सरकार उन्हें (पर्यटकों को) मुक्त कराना चाहती है, तो उसे तलाशी अभियान रोक देने चाहिए। हम यह भी चाहते हैं कि सरकार 13 सूत्री मांगों को पूरा करे।"
कंधमाल जिले के कलेक्टर राजेश प्रभाकर पाटील ने कहा कि पर्यटकों को जिले के दारिंगबादी इलाके से अगवा किया गया।
एक स्थानीय टीवी चैनल की रपट के अनुसार, दोनों पर्यटक पुरुष हैं और नक्सलियों ने उन्हें उस समय अगवा कर लिया, जब वे जंगल में घूम रहे थे और कुछ जनजातीय महिलाओं के छायाचित्र उतार रहे थे।
ज्ञात हो कि राज्य के आधे से अधिक, 30 जिलों में नक्सली सक्रिय हैं, और कंधमाल जिला नक्सलियों का गढ़ माना जाता है।
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