जयपुर:
पूर्वी राजस्थान में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और अनेक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान वर्षाजनित हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई जिससे प्रदेश में अब तक बारिश से मरने वालों की संख्या 12 हो गई है।
पुलिस के अनुसार रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र में पानी के एक गड्ढे में डूब जाने से तीन युवकों की मौत हो गई। वहीं सोमवार को सीकर जिले के अजीतगढ़ थाना क्षेत्र में बारिश के पानी से भरे एक तालाब में नहाते समय मध्य प्रदेश के दिनेश बंजारा (18), गुरूमत बंजारा (35) की डूबने से मौत हो गई।
पिछले दो दिनों में करौली, भरतपुर, धौलपुर और आसपास के हिस्सों में लगातार बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति के कारण प्रशासन, पुलिस और आपदा राहत कर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा है। रविवार रात और सोमवार सुबह बारिश से कुछ राहत मिली।
भरतपुर जिला कलेक्टर लक्ष्मी नारायण सोनी ने सोमवार को बताया कि जिले में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है और लगभग 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। शुक्रवार को राहत कार्यों के लिये सेना को बुलाया गया था, जिसे रविवार रात स्थिति में सुधार होने पर वापस भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि कई हिस्सों में और गांवों में जल भराव के कारण समस्या बनी हुई है लेकिन पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। धौलपुर जिला कलेक्टर सुची त्यागी ने बताया कि सेना के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के लिये बैठक की गई। उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई है लेकिन अभी तक स्थिति में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है।
बारिश के कारण कई गांवों की सड़कें टूट गई हैं। ऐसी सड़कें और पुल जहां पानी का स्तर ऊंचा है और खतरनाक है, वहां लोगों को सुरक्षित सड़क और पुल पार कराने के लिये पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से सोमवार को जारी भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए राहत और सुरक्षा के बंदोबस्त किये गये हैं। करौली जिला प्रशासन ने विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस के अनुसार रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले के चंदेरिया थाना क्षेत्र में पानी के एक गड्ढे में डूब जाने से तीन युवकों की मौत हो गई। वहीं सोमवार को सीकर जिले के अजीतगढ़ थाना क्षेत्र में बारिश के पानी से भरे एक तालाब में नहाते समय मध्य प्रदेश के दिनेश बंजारा (18), गुरूमत बंजारा (35) की डूबने से मौत हो गई।
पिछले दो दिनों में करौली, भरतपुर, धौलपुर और आसपास के हिस्सों में लगातार बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति के कारण प्रशासन, पुलिस और आपदा राहत कर्मियों ने मोर्चा संभाल रखा है। रविवार रात और सोमवार सुबह बारिश से कुछ राहत मिली।
भरतपुर जिला कलेक्टर लक्ष्मी नारायण सोनी ने सोमवार को बताया कि जिले में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है और लगभग 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। शुक्रवार को राहत कार्यों के लिये सेना को बुलाया गया था, जिसे रविवार रात स्थिति में सुधार होने पर वापस भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि कई हिस्सों में और गांवों में जल भराव के कारण समस्या बनी हुई है लेकिन पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। धौलपुर जिला कलेक्टर सुची त्यागी ने बताया कि सेना के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के लिये बैठक की गई। उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई है लेकिन अभी तक स्थिति में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है।
बारिश के कारण कई गांवों की सड़कें टूट गई हैं। ऐसी सड़कें और पुल जहां पानी का स्तर ऊंचा है और खतरनाक है, वहां लोगों को सुरक्षित सड़क और पुल पार कराने के लिये पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से सोमवार को जारी भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए राहत और सुरक्षा के बंदोबस्त किये गये हैं। करौली जिला प्रशासन ने विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है।
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