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This Article is From Jun 16, 2014

पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्तों के लिए प्रतिबद्ध है भारत : भूटानी संसद में नरेंद्र मोदी

भूटानी संसद को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते के लिए प्रतिबद्ध है और उन्होंने भूटान को आश्वासन दिया कि सरकार में बदलाव से भारत-भूटान संबंधों में कोई बदलाव नहीं होगा।

भूटान की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।' हिमालयी देश की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि भारत प्रगति करता है, तो इसका सीधा प्रभाव उसके पड़ोसियों के विकास पर पड़ेगा।

हिंदी में दिए भाषण में मोदी ने कहा, 'भारत में स्थिरता और विकास भूटान जैसे पड़ोसियों की मदद करेगा।'

मोदी ने सात साल में राजतंत्र से लोकतंत्र में सरलतापूर्वक संक्रमण के लिए भूटान की सराहना की। यह सहज संक्रमण भूटान की शासन प्रणाली की परिपक्वता दर्शाता है। कल यहां पहुंचे 63 वर्षीय मोदी ने पिछले माह प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद वह पहली बार किसी विदेश यात्रा पर आए हैं।

भूटान के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार दो पड़ोसियों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करेगी। आतंकवाद को विभाजनकारी और पर्यटन को जोड़ने वाला बताते हुए मोदी ने कहा कि भूटान में पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी व्यापक संभावनाएं हैं।

मोदी ने कहा कि पर्यटन के विकास के लिए ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं होती, लेकिन इसके जरिए भारी मुनाफा हासिल किया जा सकता है और गरीब व्यक्ति को भी इससे लाभ मिलता है।

हिमालय को साझी विरासत बताते हुए मोदी ने इस क्षेत्र के विकास की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि भारत हिमालयी अध्ययन (हिमालयन स्टडीज) के लिए एक विश्वविद्यालय खोलने की योजना बना रहा है।

उन्होंने पिछले माह दिल्ली में आयोजित अपने शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे को धन्यवाद दिया।

भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांग्चुक और तोबगे से व्यापक वार्ताएं करते हुए मोदी ने कल द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। इसे उन्होंने 'बी4बी' यानी ''भारत फॉर भूटान और भूटान फॉर भारत'' या ''भूटान के लिए भारत और भारत के लिए भूटान'' के रूप में परिभाषित किया था।

उन्होंने विकास सहयोग के तहत भारत द्वारा बनाए गए उच्चतम न्यायालय परिसर का उद्घाटन भी किया। वार्ताओं के दौरान, मोदी ने भूटानी नेतृत्व को आश्वासन दिया कि दिल्ली में सरकार बेशक बदल गई हो लेकिन भारत उसकी खुशियों और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।

भूटान के प्रधानमंत्री तोबगे की ओर से रविवार की रात दी गई दावत में मोदी ने दोनों देशों के बीच 'शानदार' पारंपरिक संबंधों का उल्लेख करते हुए भारत और भूटान को 'एक दूसरे के लिए बना हुआ' बताया।

इस दौरे पर मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव सुजाता सिंह भी हैं।

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