कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को गुरुवार को 43 दिन हो गए हैं. सरकार से आठ चरणों में बातचीत के बावजूद अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है. ऐसे में गुरुवार को लगभग 40 किसान संगठन दिल्ली के आसपास के इलाकों में एक बड़ी ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं. हालांकि, 26 जनवरी को इससे भी बड़ा मार्च निकाला जाना है. किसान गुरुवार की सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. उन्होंने अपना रूट भी तय किया है, जिसके चलते कई रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्जन हुआ है.
किसान KMP हाईवे और पेरिफ़ेरेल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर यात्रा निकालेंगे. यह ट्रैक्टर मार्च सिंघू, टिकरी, गाज़ीपुर और शाहजहांपुर से निकाला जाएगा. किसानों का कहना है कि ये 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाले ट्रैक्टर मार्च का अभ्यास है. किसानों ने सरकार को चेतावनी है कि उनकी मांगें नहीं मानी तो किसान 26 जनवरी को दिल्ली में ऐसे ही ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे.
सोनीपत, ग़ाज़ियाबाद, नोएडा प्रशासन ने ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए विशेष इंतज़ाम किए हैं. वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा. गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बताया है कि दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक बील अकबरपुर और सिरसा से पलवल की ओर जाने वाली गाड़ियों को एक्सप्रेसवे पर एंट्री नहीं मिलेगी.
सिरसा और बील अकबरपुर से सोनीपत की ओर आ रही गाड़ियों को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक एक्सप्रेसवे पर एंट्री नहीं मिलेगी.
यह ट्रैक्टर रैली संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से निकाला जा रहा है, जिसके तहत 40 किसान संगठन आते हैं. यह रैली गाज़ियाबाद से शुरू होकर हरियाणा के पलवल तक जाएगी. फिर रैली इसी रूट से वापस लौटेगी.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि सिंघू, औचंदी, पियाऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर्स को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि इन रास्तो के बजाय लामपुर सफियाबाद, पल्ला और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर का रास्ता ले सकते हैं. मुकरबा और जीटीके रोड पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है और आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और NH-44 का रूट न लेने की सलाह दी गई है.