मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया इस्‍तीफा, महाराष्ट्र में गतिरोध के लिये शिवसेना को बताया जिम्मेदार

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद फडणवीस ((Devendra Fadnavis) ) ने महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया. इस मौके पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि पिछले 5 सालों में किसानों के हित के लिए काम किया. मुंबई में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का भी काम किया.

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शुक्रवार को राज्‍यपाल भगत सिंह कोश्‍यारी से मुलाकात कर उन्‍हें अपना इस्‍तीफा सौंप दिया. तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध समाप्‍त नहीं हो पाया है जिससे राज्‍य में नई सरकार का गठन अब तक नहीं हो पाया है.

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद फडणवीस ((Devendra Fadnavis) ) ने महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया. इस मौके पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि पिछले 5 सालों में किसानों के हित के लिए काम किया. मुंबई में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का भी काम किया.

फडणवीस ने यहां कहा, ‘‘राज्यपाल ने मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. मैं महाराष्ट्र के लोगों का पांच सालों तक सेवा का मौका देने के लिए धन्यवाद करता हूं.'' शिवसेना के दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने जोर देकर कहा कि ‘‘मेरी मौजूदगी में'' दोनों दलों द्वारा मुख्यमंत्री पद की साझेदारी को लेकर कोई समझौता नहीं किया गया है. शिवसेना ने दावा किया था कि लोकसभा चुनावों से पहले दोनों गठबंधन सहयोगियों ने अगले कार्यकाल में ढाई-ढाई साल के लिये मुख्यमंत्री पद की साझेदारी का फैसला किया था. फडणवीस ने दावा किया कि उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से गतिरोध तोड़ने के लिये फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन, ‘‘उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया.'' उन्होंने कहा कि भाजपा से किनारा करने और विपक्षी कांग्रेस व राकांपा से बात करने की ‘नीति' गलत थी.

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद उन्होंने महाराष्ट्र की जनता का आभार जताया. इस मौके पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि पिछले 5 सालों में किसानों के हित के लिए काम किया. मुंबई में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का भी काम किया.

इस मौके पर देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को जीत मिली थी. उन्होंने साफ किया कि हमारे बीच ढाई साल के सीएम को लेकर कोई बात नहीं हुई थी. शिवसेना के नेताओं ने कभी भी मुझसे या बीजेपी के नेताओं से मुलाकात नहीं की जबकि उन्होंने नतीजों के बाद एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं से संपर्क किया और उनसे चर्चा की.

महाराष्‍ट्र में सरकार बनाने की समय सीमा 9 नवंबर है और अब ऐसा लग रहा है कि राज्‍य राष्‍ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है.

मीडिया से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पार्टी, सहयोगियों और यहां तक कि शिवसेना तक को धन्‍यवाद दिया. उन्‍होंने कहा, 'हमने पिछले पांच सालों में साहस और जोश के साथ कई चुनौतियों का सामना किया.

24 अक्‍टूबर को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को स्‍पष्‍ट बहुमत मिलने के बाद भी तमाम प्रयासों के बावजूद दोनों पार्टियां सरकार बनाने का कोई रास्‍ता नहीं निकाल सकीं.

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फडणवीस दक्षिण मुंबई स्थित राजभवन पहुंचे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंपा. फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल ने उनसे अगली व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है. महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के एक पखवाड़े बाद भी सरकार गठन पर कोई सहमति नहीं बनी है. भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर रस्साकशी के कारण उनके पास संयुक्त रूप से 161 विधायकों के साथ बहुमत से अधिक का आंकड़ा होने के बावजूद सरकार गठन पर गतिरोध बना हुआ है. महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय सदन में बहुमत का आंकड़ा 145 है. विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीट, शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीट जीती हैं.