यह ख़बर 21 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बजट सत्र आज से, पीएम ने विपक्ष से सार्थक बहस की अपील की

खास बातें

  • संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विपक्ष से सार्थक और जिम्मेदार बहस की अपील करते हुए कहा, हम संसद के अत्यधिक सार्थक एवं सकारात्मक सत्र की उम्मीद करते हैं।
नई दिल्ली:

संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विपक्ष से सार्थक और जिम्मेदार बहस की अपील करते हुए कहा, हम संसद के अत्यधिक सार्थक एवं सकारात्मक सत्र की उम्मीद करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, संसद में हमारा आचरण कठिन चुनौतियों से निपटने में देश की क्षमता का महत्वपूर्ण निर्धारक होगा।

राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हो रहे इस सत्र में इस बार बहुत अधिक विधायी कार्य होना है। इसमें तीन अध्यादेशों को मंजूरी के अलावा 16 विधेयक पेश किए जाने हैं और 35 विधेयक पारित कराने हैं। इनमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक, आपराधिक कानून संशोधन विधेयक, प्रोन्नति में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को कोटा संबंधी विधेयक, कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने संबंधी विधेयक शामिल हैं।

सदन में 26 फरवरी को रेल बजट और 28 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। रेलमंत्री पवन कुमार बंसल रेल बजट, तो वित्तमंत्री पी चिदंबरम आम बजट पेश करेंगे। 27 फरवरी को आर्थिक समीक्षा सदन में रखी जाएगी। इसके अलावा झारखंड के बजट को भी मंजूरी दी जाएगी, जहां इस समय राष्ट्रपति शासन चल रहा है।

बजट सत्र में विपक्ष के हेलीकॉप्टर सौदे और महंगाई जैसे को मुद्दे जोर-शोर से उठाने की घोषणा के बाद इसके हंगामी रहने की आशंका है। हालांकि सरकार ने विपक्ष से मान-मुनव्वल के प्रयास में कहा है कि सभी मुद्दों पर चर्चा और हेलीकाप्टर घोटाले की वह किसी भी तरह की जांच कराने को तैयार है। सरकार ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की भगवा आतंक को लेकर की गई टिप्पणी के कारण बीजेपी से टकराव के आसार को टाल दिया।

शिंदे ने अपनी इस टिप्पणी पर बुधवार रात खेद प्रकट करते हुए कहा कि उनका किसी को ठेस पहुंचाने या आतंक को किसी धर्म से जोड़ने का कोई इरादा नहीं था। लोकसभा में विपक्ष की नेता बीजेपी की सुषमा स्वराज ने संसद को सुचारू रूप से चलाने की पूर्व शर्त रखी थी कि शिंदे अपनी टिप्पणी वापस लें और माफी मांगें।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

शिंदे ने कथित रूप से कहा था कि बीजेपी और आरएसएस के शिविरों में हिन्दू आतंकी प्रशिक्षण दिया जाता है। बीजेपी ने शिंदे के बयान का स्वागत किया, लेकिन साथ ही कहा कि यह कदम देर से उठाया गया है। बीजेपी ने कहा कि वह इस मुद्दे को यहीं खत्म करती है और अब इसे संसद में नहीं उठाएगी।