विज्ञापन
This Article is From Apr 23, 2020

उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड के बाद मध्यप्रदेश और गुजरात के 3200 छात्र कोटा से अपने घरों के लिए रवाना

सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए एवं लॉकडाउन नियमों की पालन करते हुए उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड व मध्यप्रदेश के बाद बुधवार शाम गुजरात के छात्र भी गृह राज्य के लिए रवाना हुए.

उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड के बाद मध्यप्रदेश और गुजरात के 3200 छात्र कोटा से अपने घरों के लिए रवाना
कोटा से 3200 छात्रों को निकाला गया
कोटा:

लॉकडाउन के बीच करियर सिटी कोटा से स्टूडेंट्स की गृह राज्यों में रवानगी का सिलसिला जारी है. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए एवं लॉकडाउन नियमों की पालन करते हुए उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड व मध्यप्रदेश के बाद बुधवार शाम गुजरात के छात्र भी गृह राज्य के लिए रवाना हुए. गुजरात सरकार की ओर से भेजी गई 15 बसों में एलन कोटा के तीन कैम्पस से  400 से अधिक स्टूडेंट्स घर के लिए रवाना हुए. बता दें कि अभी तक 16 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स अपने-अपने घर पहुंच चुके हैं. जबकि  दमनदीव के करीब 60 स्टूडेंट्स गुरुवार को अपने घरों के लिए निकलेंगे.

एमपी सरकार की ओर से 104 व गुजरात सरकार की ओर से 15 बसें कोटा भेजी गई थी. जिनमें करीब 3200 से ज्यादा स्टूडेंट्स व पेरेंट्स अपने घर पहुंचे. इनमें एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के 2500 से ज्यादा एवं अन्य कोचिंग संस्थानों के करीब 700 स्टूडेंट्स शामिल थे. उल्लेखनीय है कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की अपील पर जिला प्रशासन के प्रयास के बाद ही पहले उत्तर प्रदेश सरकार और अब मध्यप्रदेश व गुजरात सरकार ने अपने स्टूडेंट्स को कोटा से भेजने की स्वीकृति दी. इससे पूर्व कोटा में कोचिंग कर रहे यूपी व उत्तराखंड के करीब 12 हजार 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स को बसों के माध्यम से सकुशल उनके घर भेजा चुका है. 

कोटा से रवाना होते समय एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी एवं एलन के सदस्यों ने भी स्टूडेंट्स को हाथ हिलाकर सुखद यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी. बसों में इन स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए, अल्पाहार के साथ, पूरे स्वास्थ्य चेकअप के बाद भेजा गया. जैसे बसें रवाना हुई, उत्साह से लबरेज इन कोचिंग स्टूडेंट्स ने ‘थैंक्यू कोटा, थैंक्यू एलन' कहा.

कोटा से रवाना हो रही बसों को कोटा में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट द्वारा सेनेटाइज किया गया. यहां एलन स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी की टीम द्वारा हर बस को बाहर और अंदर से पहले सेनेटाइज किया गया. पूरी सफाई के बाद ही स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर बैठाया गया. कोटा में दो ट्रैक्टर और 6 हाथ मशीनों की मदद से सभी हॉस्टल्स और पीजी जहां, जिन क्षेत्रों में स्टूडेंट्स रहते हैं उन्हें सेनेटाइज किया जा रहा है. अब तक जवाहर नगर, इन्द्रविहार, राजीव गांधी नगर, तलवंडी, महावीर नगर, लैंडमार्क सिटी, कमला उद्यान, हाउसिंग बोर्ड, चंचल विहार सहित एक दर्जन से अधिक क्षेत्रों का सेनेटाइजेशन किया जा चुका है.


कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से हर ओर सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे में हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स को घर भेजना किसी चुनौती से कम नहीं था. कोटा जिला चिकित्सा विभाग, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के चिकित्सको एवं नर्सिंगकर्मियों ने घर लौट रहे प्रत्येक स्टूडेंट की थर्मल स्केनिंग कर गहलता से जांच की. एक बस में 30 स्टूडेंट्स से ज्यादा नहीं बैठाए. बसों में चढते समय भी स्टूडेंट्स एक-एक मीटर की दूरी पर कतार में खड़े थे. प्रत्येक स्टूडेंट को मास्क पहनने की हिदायत दी.

VIDEO: लॉकडाउन गाइडलाइन के मुताबिक ही हमने कोटा से छात्रों को वापिस न लाने का फैसला लिया था: बिहार सूचना मंत्री

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: