दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 5 नए मामले सामने आए है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस बात की जानकरी देते हुए निर्देशों का पालन करने की अपील की. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण विनिर्माण कार्यों में लगे मजदूरों की जीविका प्रभावित हो रही है, ऐसे में दिल्ली सरकार प्रत्येक मजदूर को पांच-पांच हजार रुपये देगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कहा कि दिल्ली सरकार तब तक कामयाब नहीं होगी,जब तक उसे जनता का सहयोग नहीं मिलेगा. सरकार पूरी कोशिश कर ही रही है, देश के ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते सभी दिल्लीवासियों को भी ये सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके आस-पड़ोस में कोई भूखा ना रहे. खाना खिलाना पुण्य का काम है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि दिल्ली कोरोना वायरस महामारी के तीसरे चरण में पहुंचने की स्थिति में जाती है तो उससे कैसे निपटा जाए, इस पर सलाह देने के लिए उन्होंने पांच डॉक्टरों की एक टीम गठित की है जिसे 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली सरकार के इस कदम से निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड फंड में पंजीकृत लगभग 46 हजार निर्माण मजदूरों को फायदा होगा. केजरीवाल ने कहा कि दूध विक्रेता, सब्जी विक्रेता और आवश्यक सेवाओं में शामिल लोग लॉकडाउन के दौरान आवागमन के लिए ई-पास के लिए 1031 पर कॉल कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि दूध, राशन, दवाइयों जैसी जरूरी सामानों की ख़रीदारी के लिए 'कर्फ्यू पास' की आवश्यकता नहीं है. आम
जनता अपने करीबी स्टोर पर जाकर ये सारी चीज़ें ख़रीद सकती है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामानों की सप्लाई में कोई कमी न आए इसलिए हम ई-पास का सिस्टम शुरू कर रहे हैं. WhatsApp पर ही आपके पास ई-पास आ जाएगा.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर बुधवार को 562 हो गए जबकि मृतकों में एक व्यक्ति के वायरस से संक्रमित नहीं होने का पता चलने के बाद मरने वालों की संशोधित संख्या कम होकर नौ रह गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार सुबह जारी ताजा आंकड़ों में बताया कि दिल्ली में जिस दूसरे व्यक्ति की मौत हुई थी, वह कोविड-19 से संक्रमित नहीं था इसलिए भारत में मृतक संख्या कम होकर नौ हो गई है.
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