हिमाचल चुनाव: वोट करने के लिए लगेगा ज्‍यादा समय, पढ़ें क्‍या है वजह

हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों के लिए सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया. इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है. चुनावी रण क्षेत्र में 62 विधायकों सहित 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

हिमाचल चुनाव: वोट करने के लिए लगेगा ज्‍यादा समय, पढ़ें क्‍या है वजह

हिमाचल प्रदेश में पहली बार वीवीपैट मशीन का हो रहा है इस्‍तेमाल (फाइल फोटो)

शिमला:

हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों के लिए सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया. इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है. चुनावी रण क्षेत्र में 62 विधायकों सहित 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं हिमाचल में पहली बार वीवीपैट के जरिए मतदान हो रहा है और इसलिए पहले के मुकाबले इस बार वोटिंग करने में ज्‍यादा समय लगेगा.

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ईवीएम में वोटिंग करने में एक वोटर तीन से लेकर पांच सेकेंड का समय लगता था लेकिन अब उसे ज्‍यादा समय लगेगा. वोटिंग के बाद वोटर को वीवीपैट मशीन से पर्ची निकलने का इंतजार करना होगा. वीवीपैट मशीन से पर्ची निकलने में कम से कम सात सेकेंड का समय और लगेगा. पिछले विधानसभा चुनावों में 74 फीसदी मतदान हुआ था. 
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अबकी बार किसकी सरकार ? हिमाचल के रण में बड़े महारथी गौरतलब है कि हिमाचल की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के क्रमश: 35 और 28 विधायकों के साथ चार निर्दलीय हैं और एक सीट खाली है. चुनावों में 180 से ज्यादा निर्दलीय और कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा बागी मुकाबले में हैं. कुल 50,25,941 योग्य मतदाता हैं. राज्य में 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के 17,850 कर्मियों के अलावा केंद्रीय अर्द्धसैन्य बल की 65 कंपनियां तैनात की गयी है.