Why you keep having recurring dreams and what it means: हम सभी ने कभी न कभी ऐसा अनुभव किया होगा जब एक ही सपना बार-बार आता है. यह अनुभव जितना सामान्य लगता है, उतना ही यह हमारी मानसिक स्थिति और अवचेतन मन के गहरे पहलुओं से जुड़ा हो सकता है. जब हमें किसी सपने को बार-बार देखना पड़ता है, तो यह सवाल उठता है कि आखिर इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं? क्या यह हमारी मेंटल हेल्थ का कोई संकेत है या फिर इसके पीछे कोई अन्य कारण है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें यह समझना होगा कि हमारा दिमाग कैसे काम करता है और हम क्यों सपने देखते हैं.
एक ही सपने का बार-बार आना किस बात का संकेत? (What does having the same dream repeatedly indicate?)
1. सबकॉन्शियस माइंड का प्रभाव
हमारा सबकॉन्शियस माइंड हमारे विचारों, फीलिंग्स और यादों का भंडार होता है. जो सामान्य रूप से हमारे होश में नहीं आते, यह दिमाग का वह हिस्सा है जो हमारे रोजमर्रा के जीवन में हमारे फैसले और व्यवहार को प्रभावित करता है, जब हम किसी घटना या भावना को पूरी तरह से नहीं समझ पाते, तो यह हमारी नींद के दौरान सपने के रूप में बाहर आ सकता है, उदाहरण के लिए, यदि हमें कोई पुरानी चिंता या दबाव है, तो यह सपनों के रूप में हमारे सबकॉन्शियस माइंड से बाहर निकल सकता है.
2. स्ट्रेस और मेंटल प्रेशर
जब हम अपनी डेली लाइफ में स्ट्रेस या परेशानियों का सामना करते हैं, तो हमारा दिमाग उन परेशानियों को हल करने की कोशिश करता है और यही कारण हो सकता है कि किसी अनसुलझी परेशानी का सपना बार-बार आता है. यह सपना तब तक आता है, जब तक हम उस समस्या का समाधान नहीं ढूंढ पाते या उस पर ध्यान नहीं देते.
3. पुरानी यादें और अनुभव
हमारे दिमाग में कुछ ऐसी घटनाएं या एक्सपीरियंस होते हैं, जो हमारे लिए मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. यह एक्सपीरियंस, भले ही हम इन्हें भूलने की कोशिश करें, हमारे दिमाग में गहरी छाप छोड़ जाते हैं. यदि हम किसी पुरानी घटना के बारे में सोचते हैं, तो यह सपने में बार-बार आ सकता है. जिससे हम उस घटना से जुड़े इमोशनल डैमेज को ठीक करने की कोशिश कर रहे होते हैं.
4. डर और फोबिया
हम सभी को किसी न किसी चीज़ से डर हो सकता है. जैसे ऊंचाई, अंधेरा, या किसी विशेष स्थिति का सामना करना. इन डर या फोबिया से संबंधित सपने बार-बार आते हैं. उदाहरण के लिए, यदि आपको ऊंचाई से डर है तो आपको ऊंचाई से गिरने का सपना बार-बार आ सकता है. यह आपके अवचेतन मन का तरीका हो सकता है, जिसमें यह डर आपके दिमाग में बार-बार सामने आता है.
5. पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD)
कभी-कभी बुरी घटनाएं हमारे जीवन में गहरी छाप छोड़ जाती हैं. PTSD वाले व्यक्तियों को अक्सर उन्हीं घटनाओं से जुड़ा सपना बार-बार आता है. यह सपने उनके दिमाग में उस दर्दनाक घटना को पुनः जीवित कर देते हैं और उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं.
6. नींद का REM चरण
सपने तब सबसे अधिक आते हैं, जब हम REM (Rapid Eye Movement) नींद में होते हैं. यह नींद का वह चरण है, जब हमारा दिमाग सबसे अधिक सक्रिय होता है और हमारी यादें और अनुभव मस्तिष्क में फिर संगठित होते हैं. यदि कोई इंसिडेंट या फीलिंग्स हमारे दिमाग में गहरे प्रभाव छोड़ती है, तो यह REM चरण में सपने के रूप में बार-बार सामने आ सकती है.
इसकी रोकथाम के उपाय
बार-बार आने वाले सपनों से निपटने के लिए, ध्यान और योग जैसे मेंटल प्रैक्टिस का सहारा लिया जा सकता है. इसके अलावा, सपनों के बारे में जर्नल लिखना और अपनी भावनाओं को समझने की कोशिश करना मददगार हो सकता है. मनोवैज्ञानिक से परामर्श लेकर अपने इमोशनल इशूज़ का सॉल्यूशन किया जा सकता है. ताकि यह सपने रुक सकें. इसके अलावा पॉजिटिव सोच और मानसिक शांति बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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