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थके-थके रहते हैं, सीने में होता है दर्द, ये हो सकते हैं पल्मोनरी एंबोलिज्म बीमारी के संकेत, हल्‍के में लेने की न करें भूल

पल्मोनरी एंबोलिज्म ऐसी बीमारी है जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. ये फेफड़ों से जुड़ी बीमारी है. इस बीमारी को हल्‍के में नहीं लेना चाहिए. समय से इसका इलाज ना कराया जाए तो मरीज की जान तक जा सकती है.

थके-थके रहते हैं, सीने में होता है दर्द, ये हो सकते हैं पल्मोनरी एंबोलिज्म बीमारी के संकेत, हल्‍के में लेने की न करें भूल
क्या है पल्मोनरी एंबोलिज्म बीमारी

Pulmonary embolism: खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों को ऐसी बीमारियां हो रही हैं जिनके बारे में उन्होंने कभी सोचा नहीं था या उनके परिवार की इससे संबंधित हिस्ट्री नहीं रही है. इसलिए जरूरी है कि गंभीर बीमारियों के प्रति आप सजग रहें. ऐसी ही एक बीमारी है पल्मोनरी एम्बोलिज्म. इस बीमारी के बारे में जागरूकता कम है. ये फेफड़ों से संबंधित गंभीर समस्या है. इस बीमारी का सही समय पर इलाज न किया जाए तो ये जानलेवा हो सकती है. इस लेख में जानें पल्मोनरी एंबोलिज्म के बारे में. ये बीमारी क्या है, कैसे और किसे होती है, इसके लक्षण क्या होते हैं और बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं.

पल्मोनरी एंबोलिज्म क्‍या है?

पल्मोनरी एम्बोलिज्म तब होता है, जब फेफड़ों में एक या एक से ज्यादा पल्मोनरी धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं. ऐसे मरीजों की फेफड़े से लेकर पैरों तक की नसों में ब्लड क्लॉट यानी रक्त का थक्का बन जाने से यह समस्या हो सकती है. इससे बॉडी में ब्‍लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, इसलिए ये संभावना बनी रहती है कि  फेफड़े खराब हो सकते हैं, अन्य अंगों को भी नुकसान हो सकता है.

क्यों होता है पल्मोनरी एंबोलिज्म

इस बीमारी के होने के कई कारण हो सकते हैं. इनमें से प्रमुख कारणों के तौर पर हृदय रोग की हिस्ट्री, कोई गंभीर चोट लगना जिससे मांसपेशियों या हड्डियों को नुकसान हुआ हो, या खून के थक्के बनते हैं, गंभीर बीमारी के ऑपरेशन के बाद ऐसा हो सकता है. इसके अलावा देर तक बैठे रहने की आदत से, फ्रैक्चर होने पर भी ये बीमारी होने का खतरा रहता है.

पल्मोनरी एम्बोलिज्म के लक्षण

  • इस बीमारी में मरीज को कंधे, गर्दन या जबड़ों के आसपास दर्द रह सकता है.
  • हार्ट बीट तेज हो जाना यानी धड़कन का महसूस होना
  • बहुत अधिक थकान बने रहना
  • चक्कर आना
  • बेहोश हो जाना इसके लक्षण हो सकते हैं.
  • इस तरह की समस्या होने पर मरीज को सीने में तेज दर्द हो सकता है.
  • सांस फूलना या सांस लेने में समस्या हो सकती है.

पल्मोनरी एंबोलिज्म का इलाज

सबसे पहले डॉक्टर पल्मोनरी एम्बोलिज्म के लक्षणों की सही पहचान कर ब्लड क्लॉट खत्म करने के लिए दवाएं शुरू करते हैं. अगर दवाओं से भी मरीज को आराम ना आए तो सर्जरी की सलाह दी जाती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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