
Health Issue In EV Car: इलेक्ट्रिक वाहन यानी EV अब हमारे शहरों की सड़कों पर तेजी से बढ़ रहे हैं. पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों और प्रदूषण को कम करने की कोशिशों के बीच इन्हें भविष्य का विकल्प माना जा रहा है. लेकिन हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स और स्पेशलिस्ट की राय ने EV को लेकर नई चिंता खड़ी कर दी है. कई लोगों को EV कार में बैठते ही सिरदर्द, मतली और चक्कर आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ये समस्या सिर्फ भारत ही नहीं, दुनियाभर में देखने को मिल रही है. फ्रांस में हुई एक स्टडी में खुलासा, सेहत पर किस तरह असर ड़ाल रही है. एक रिसर्च में खुलासा किया कि EV cars लोगों में मोशन सिकनेस बढ़ा रही हैं.
EV काम का सेहत पर असर (Health Issue In EV Car)
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क्या होता है रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम?
EV कारों में इस्तेमाल होने वाला यह ब्रेकिंग सिस्टम कार को रोकने के साथ-साथ बैटरी को रिचार्ज भी करता है. जब ड्राइवर ब्रेक लगाता है, तो कार में तेज झटका लगता है और साथ ही हल्का वाइब्रेशन महसूस होता है. कई बार कार बिना ब्रेक के भी धीरे-धीरे रुकती है, जिससे शरीर का संतुलन बिगड़ता है और लोग असहज महसूस करते हैं.
क्यों होती है मोशन सिकनेस?
मोशन सिकनेस तब होती है जब आंखों और शरीर को मिल रही गति की जानकारी मेल नहीं खाती. EV कारों में अचानक रुकने और चलने की प्रोसेस पारंपरिक गाड़ियों से थोड़ी अलग होती है. जब कार तेज झटका देती है, या बिना किसी संकेत के धीमी होने लगती है, तो ब्रेन कन्फ्यूज्ड हो जाता है. इसी वजह से लोगों को चक्कर, सिरदर्द, थकान और उलझन जैसी दिक्कतें होने लगती हैं.
सिर्फ यात्रियों को नहीं, ड्राइवर को भी हो रही परेशानी
दिलचस्प बात यह है कि EV से जुड़ी ये समस्या सिर्फ सवारी करने वालों तक सीमित नहीं है. कई ड्राइवर भी लंबे समय तक EV चलाने के बाद थकान, उलझन और फोकस की कमी जैसी शिकायतें कर रहे हैं. डेनमार्क की पुलिस ने इसी कारण EV गाड़ियों को अपने फ्लीट में शामिल करने से मना कर दिया था. वहां के अधिकारियों का कहना था कि लंबे समय तक EV चलाने से उनके स्टाफ को फिजिकल और मेंटल थकावट महसूस होने लगी.
क्या इसका कोई समाधान है?
फिलहाल, स्पेशलिस्ट कुछ सुझाव दे रहे हैं-जैसे कार में बैठने से पहले हल्का खाना खाना, खिड़की खोलकर ताज़ा हवा लेना, बार-बार फोन या स्क्रीन न देखना और ध्यान हटाने के लिए हल्का म्यूजिक सुनना. इसके अलावा, ऑटोमोबाइल कंपनियां अब ऐसी तकनीक पर काम कर रही हैं, जिससे EV का ब्रेकिंग सिस्टम और भी स्मूद बनाया जा सके.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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