
नई दिल्ली:
सोमवार को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई और इसके बाद से ही पाकिस्तान की इस हरकत पर देश भर में गुस्सा देखा जा रहा है. संसद से सड़क तक गूंज रहे इस मुद्दे पर एक्टर ऋषि कपूर और गायक अभिजीत के बाद अब एक्टर रणदीप हुड्डा ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है. पाकिस्तान में आतंकवाद के आरोप में फांसी चढ़ाए गए सरबजीत सिंह पर बनी फिल्म में 'सरबजीत' में उनकी भूमिका निभा चुके रणदीप हुड्डा ने जाधव को मौत की सजा दिए जाने पर अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर जताया है. रणदीप ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'कोई मुकदमा नहीं, कोई सबूत नहीं, सिर्फ बंद कमरे में सैन्य अदालत की कार्रवाई??? यह झूठ है. पाकिस्तान दूसरा सरबजीत बना रहा है.'
रणदीप ने इस मुद्दे पर किए कई ट्वीट्स में से एक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'मेरा हृदय उनके साथ है. पाकिस्तान में जबरन जुर्म कबूलने के लिए अकल्पनीय यातनाएं और मानवाधिकार उल्लंघन. मुझे देश के मजबूत नेतृत्व पर विश्वास है. उम्मीद है इसे खत्म किया जाएगा."
जहां भारत में इसका विरोध हो रहा है तो पाकिस्तानी मंत्री इसे सही ठहरा रहे हैं. कुलभूषण की फांसी की सज़ा को सही ठहराते हुए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी ने तर्क दिया कि उसी सैन्य अदालत ने पाकिस्तान के कई नागरिकों को भी फांसी की सज़ा सुनाई है.
वहीं भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले पर बोलते हुए राज्यसभा में इंसाफ होने का आश्वासन दिलाया है. सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने एक बनावटी मामला खड़ा किया है. वास्तव में पाकिस्तान के पास कुलभूषण जाधव के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है. सुषमा ने यह भी कहा कि कुलभूषण ने कुछ भी गलत नहीं किया. इसके साथ ही सुषमा स्वराज ने कहा कि यदि फांसी हुई तो भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर विपरीत असर पड़ेगा. सुषमा ने यह भी कहा कि वह जाधव के परिवार के संपर्क में हैं. सात बार जाधव के माता-पिता से फोन पर बात कर चुकी हैं.
बता दें कि कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान आर्मी कानून के तहत मुक़दमा चलाया गया. पाकिस्तान लगातार ये दावा कर रहा है कि वो रॉ के एजेंट हैं. हालांकि भारत पहले ही साफ़ कर चुका है कि कुलभूषण रॉ एजेंट नहीं हैं. भारत ने कहा था कि वो नौसेना के रिटायर्ड अधिकारी हैं, लेकिन वो किसी भी रूप में सरकार से नहीं जुड़े हुए हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाए कि जाधव पाकिस्तान को अस्थिर करना और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग छेड़ना चाहते थे. कुलभूषण को 3 मार्च 2016 को ईरान से पाक में अवैध घुसपैठ के चलते गिरफ़्तार किया गया था. पाकिस्तानी सेना के कानून के तहत आए इस फैसले पर 90 दिनों के भीतर अमल होना तय है और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के मुहर लग जाने के बाद इस फैसले के खिलाफ अपील की कोई गुंजाइश नहीं है.
रणदीप ने इस मुद्दे पर किए कई ट्वीट्स में से एक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'मेरा हृदय उनके साथ है. पाकिस्तान में जबरन जुर्म कबूलने के लिए अकल्पनीय यातनाएं और मानवाधिकार उल्लंघन. मुझे देश के मजबूत नेतृत्व पर विश्वास है. उम्मीद है इसे खत्म किया जाएगा."
No trial, no evidence, only a closed military court proceeding??? It reeks of lies.. #Pakistan is making another #Sarbjit #KulbhushanJadhav
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) April 11, 2017
My heart goes out to him.. the unimaginable torture to confess & total human rights violation that happen in #Pakistan #KulbhushanJadhav
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) April 11, 2017
I have immense faith in the strong leadership of our country.. maybe we should break him out @SushmaSwaraj @narendramodi #KulbhushanJadhav
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) April 11, 2017
Let his family know how much support the has from the entire country ..let us be heard across the #LOC #KulbhushanJadhav we are with you
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) April 11, 2017
जहां भारत में इसका विरोध हो रहा है तो पाकिस्तानी मंत्री इसे सही ठहरा रहे हैं. कुलभूषण की फांसी की सज़ा को सही ठहराते हुए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी ने तर्क दिया कि उसी सैन्य अदालत ने पाकिस्तान के कई नागरिकों को भी फांसी की सज़ा सुनाई है.
वहीं भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले पर बोलते हुए राज्यसभा में इंसाफ होने का आश्वासन दिलाया है. सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान ने एक बनावटी मामला खड़ा किया है. वास्तव में पाकिस्तान के पास कुलभूषण जाधव के खिलाफ कोई सुबूत नहीं है. सुषमा ने यह भी कहा कि कुलभूषण ने कुछ भी गलत नहीं किया. इसके साथ ही सुषमा स्वराज ने कहा कि यदि फांसी हुई तो भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों पर विपरीत असर पड़ेगा. सुषमा ने यह भी कहा कि वह जाधव के परिवार के संपर्क में हैं. सात बार जाधव के माता-पिता से फोन पर बात कर चुकी हैं.
बता दें कि कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान आर्मी कानून के तहत मुक़दमा चलाया गया. पाकिस्तान लगातार ये दावा कर रहा है कि वो रॉ के एजेंट हैं. हालांकि भारत पहले ही साफ़ कर चुका है कि कुलभूषण रॉ एजेंट नहीं हैं. भारत ने कहा था कि वो नौसेना के रिटायर्ड अधिकारी हैं, लेकिन वो किसी भी रूप में सरकार से नहीं जुड़े हुए हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाए कि जाधव पाकिस्तान को अस्थिर करना और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग छेड़ना चाहते थे. कुलभूषण को 3 मार्च 2016 को ईरान से पाक में अवैध घुसपैठ के चलते गिरफ़्तार किया गया था. पाकिस्तानी सेना के कानून के तहत आए इस फैसले पर 90 दिनों के भीतर अमल होना तय है और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के मुहर लग जाने के बाद इस फैसले के खिलाफ अपील की कोई गुंजाइश नहीं है.
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