
Solar Eclipse 2018: भारत में सभी जगहों से पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा
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27 जुलाई को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा
यह सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा
इस बार यह पूरे भारत में दिखाई देगा
27 जुलाई को लगेगा 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण
एमपी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, एमपी बिरला प्लेनेटेरियम के निदेशक देवीप्रसाद दुआरी के मुताबिक, 'भारत में दर्शक खुशकिस्मत हैं क्योंकि आंशिक और पूर्ण दोनों ग्रहण देश के सभी हिस्सों से पूरी तरह से दिखाई देगा.'
उन्होंने बताया कि दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, पश्चिम एशिया और मध्य एशिया के कुछ हिस्सों में भी ग्रहण दिखाई देगा.
इस बार पूर्ण चंद्र ग्रहण एक घंटे 43 मिनट का होगा, जबकि आंशिक ग्रहण एक घंटे से अधिक समय का होगा. दुआरी ने बताया कि आंशिक चंद्र ग्रहण 27 जुलाई को भारतीय समयानुसार रात 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा और पूर्ण चंद्र ग्रहण 28 जुलाई को तड़के एक बजे शुरू होगा.
वैज्ञानिक ने बताया कि चंद्रमा 28 जुलाई को तड़के 1 बज कर 52 मिनट से 2 बज कर 43 मिनट तक सबसे ज्यादा अंधकार में रहेगा.
उन्होंने कहा , 'इस अवधि के बाद 28 जुलाई को तड़के 3 बज कर 49 मिनट तक आंशिक चंद्र ग्रहण रहेगा. भारत में खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह स्वर्णिम अवसर होगा क्योंकि ग्रहण लगभग पूरी रात दिखाई देगा.'
27 जुलाई को पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया के मध्य हिस्से से होकर गुजरेगा.
पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा जब पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है तो वह चमकीले नारंगी रंग से लाल रंग का हो जाता है और एक दुर्लभ घटना के तहत गहरे भूरे रंग से और अधिक गहरा हो जाता है. यही कारण है कि पूर्ण चंद्र ग्रहण लगता है और उस समय इसे ब्लड मून कहा जाता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या चंद्र ग्रहण को बिना किसी उपकरण के आंखों से देखना सुरक्षित होगा, इस पर दुआरी ने कहा, 'सौर ग्रहण देखने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों की तरह चंद्र ग्रहण देखने के लिए कोई विशेष उपकरण की जरूरत नहीं है. किसी को भी ग्रहण देखने के लिए टेलीस्कोप की जरूरत नहीं है. हालांकि अच्छी क्वालिटी वाली दूरबीन से बेहतर अनुभव मिलेगा.भाषा गोला मनीषा
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