Grahan Dates in 2025: सूर्य (Surya grahan) और चंद्र ग्रहण (Chandra grahan) भले ही खगोलीय घटनाएं हैं लेकिन ज्योतिष की मानें तो इनका हर राशि पर अच्छा या बुरा असर होता है. धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो ग्रहण (eclipse) को अशुभ घटना माना जाता है और इस दौरान खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. ग्रहण के समय शुभ कामकाज करने की मनाही होती है. इस साल यानी 2024 में कुल 2 सूर्य ग्रहण लगे थे और 3 चंद्र ग्रहण लगे थे. नए साल की बात करें तो 2025 में कुल चार ग्रहण लगने जा रहे हैं. इनमें दो सूर्य (solar eclipse) ग्रहण होंगे और दो चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) होंगे. चलिए जानते हैं कि नए साल में लगने जा रहे सूर्य और चंद्र ग्रहण किस दिन लगेंगे और इनका समय क्या है. साथ ही जानेंगे कि उनको कहां-कहां देखा जा सकेगा और क्या इस दौरान सूतक काल मान्य होगा या नहीं.
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ग्रहण कैसे लगता है (what is grahan)
यूं तो सूर्य और चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है तो कुछ समय के लिए सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचना बंद हो जाता है. इसे सूर्य ग्रहण बोलते हैं. इसके अलावा चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य तीनों एक ही सीधी रेखा में आ जाते हैं. इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया में आ जाता है और उसकी केवल छाया दिखती है. ग्रहण खगोलीय होने के बावजूद ज्योतिष में काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. धार्मिक मान्यताओं में कहा गया है कि जब राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा को डस लेते हैं तो ग्रहण लगता है. राहू और केतू छाया ग्रह हैं और दोनों ही ग्रह सूर्य़ और चंद्रमा के शत्रु ग्रह कहे जाते हैं.
ग्रहण के दौरान क्या होता है (what things does in grahan)
शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहण के दौरान शुभ कामकाज नहीं किए जाते हैं. इस दौरान मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं. इसके साथ साथ रसोई में भोजन बनाना भी रोक दिया जाता है. इस दौरान बुजुर्ग, बीमार और गर्भवती महिलाओं को खास तौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. अगर आपके घर में भोजन पका रखा है तो ग्रहण से पहले इसमें कुछ तुलसी के पत्ते डाल दें. इससे भोजन ग्रहण के असर से मुक्त रहेगा.इस दौरान पूजा पाठ भी नहीं किया जाता है. कहते हैं कि ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए.
2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण (surya grahan in 2025)
नए साल में पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा. देखा जाए तो ये एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और इसे भारत में देखा नहीं जा सकेगा. पहला सूर्य ग्रहण 2:20 मिनट पर शुरू होगा और 6:13 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. चूंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा.
दूसरे सूर्य ग्रहण की बात करें तो ये 21 सितंबर 2025 को लगेगा. ये सूर्य ग्रहण भी आंशिक होगा और ये इसे भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा.दूसरा सूर्य़ ग्रहण 22:59 बजे शुरू होगा और अगले दिन 22 सितंबर को सुबह 03:23 बजे तक चलेगा. इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा.
2025 में लगने वाले चंद्र ग्रहण (chandra grahan in 2025)
2025 में पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगने जा रहा है. साल का पहला चंद्र ग्रहण सुबह 10:41 बजे से शुरू होगा और दोपहर 2:18 बजे समाप्त होगा. ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा लेकिन इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा.
दूसरे चंद्र ग्रहण की बात करें तो ये ग्रहण 7 सितंबर को लगेगा. ये चंद्र ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होकर रात 1:26 बजे तक चलेगा. चूंकि ये चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा इसलिए इस दिन दोपहर को 12.57 मिनट से सूतक काल आरंभ हो जाएगा. भारत के अलावा ये चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका के कई हिस्सों में दिखाई देगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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